ग्वालियर गुणवत्त्त्ता विहीन बनी नगर की सडके बारिश की मार से घायल होकर अब लोगों को जख्म दे रही है। बीते रोज जयेन्द्रगंज पर नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे घटिया पेचवर्क को लेकर भले ही जिलाधीश ने निगम अधिकारियों की फटकार लगाई हो, लेकिन उनकी फटकार का असर निगम अधिकारियों पर शायद नहीं दिख रहा है। शुक्रवार को नगर निगम द्वारा शहर में कई मुख्य मार्गो पर पेचवर्क का कार्य किया गया। लेकिन पेचवर्क के बाद उस पर कर्मचारियों ने रोलर चलाना उचित नहीं समझा। जबकि बीते रोज जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह नेपेचवर्क के प्रभारी अधिकारियों को मौके पर बुलाकर फटकार लगाई थी कि पेचवर्क का काम गुणवत्ता के साथ किया जाए। लेकिन निगम अधिकारियों ने उनके निर्देश को हल्के में लिया।अब जहां जहां पेचवर्क का कार्य किया, वहां कोई भी अधिकारी मौके पर यह देखने नहीं पहुंचा कि पेचवर्क का कार्य किस तरह किया जा रहा है। उधर सिटी सेंटर क्षेत्र में बारिश के बाद हुए अमृ के गड्डों को भरने के लिए मोटी गिट्टी गड्डों में भर दी गई।जिसके चलते गिट्टी उछलर राहगीरों के साथ -साथ वाहन चालकों को लग रही है। अमृत योजना के तहत सीवर और पानी की लाइनें बिछाने के लिए खोदी गई सडक़ों का रेस्टोरेशन पैचवर्क शुरू हो गया है। इसमें भी घोटाले की कहानी शुरू हो गई है। पहले तो सफेद गिट्टी के नाम पर मिट्टी डाली गई और और गिट्टी.डामर की इतनी पतली परत बिछाई जा रही है कि उसके ऊपर से दो बार भी यदि भारी वाहन गुजर जाए तो सडक़ फिर गड्डों में बदल जाए।