इंदौर। किसानों और कृषि उपज से जुड़े व्यापार को एक नई ऊंचाई देने के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। रोजाना लाखों का कारोबार करने वाली इस पुरानी कृषि उपज मंडी से हजारों-किसान व्यापारी जुड़े हैं जिससे अब इसका विस्तार जरूरी हो गया है। इसके चलते इसे कैलोद-माचल, ट्रूबा कॉलेज के पास स्थित 100 एकड़ जमीन पर शिफ्ट करने को लेकर विचार चल रहा है। इसके लिए गुरुवार दोपहर नई जमीन का मौका मुआयना के लिए पहुंचे। संभवत: यह आने वाले दिनों में एशिया की सबसे बड़ी मंडी होगी।
मंडी को स्थानांतरित करने के मुद्दे पर गुरुवार को रेसीडेंसी पर सांसद शंकर लालवानी, क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय, कलेक्टर मनीष सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने इस पर विचार-विमर्श किया। अभी मंडी का एरिया लगभग 12 एकड़ है जो अब किसानों और कृषि उपज से जुड़े व्यापारियों के लिए छोटा पड़ रहा है। यहां आना और व्यापार करना तथा किसानों के लिए अपनी उपज बेचना अब असुविधाजनक होता जा रहा है। ऐसे में इंदौर में सर्व सुविधायुक्त विशाल मंडी परिसर किसानों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा। इससे न केवल इंदौर बल्कि संभाग के सभी जिलों के किसान लाभान्वित हो सकेंगे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में जनवरी में इंदौर में आयोजित बैठक में किसानों के हित में नए मंडी परिसर को विकसित करने का फैसला किया गया था। इसके चलते जल्द इसे शिफ्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं।