भोपाल । मालवी कवियत्री एवं साहित्यकार हेमलता शर्मा भोली बेन मालवी बोली के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु निरंतर प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे से चर्चा की और अपनी दो मालवी पुस्तकें भी उपहार स्वरूप भेंट की। डॉ. दवे ने चर्चा में कहा कि मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य अकादमी मालवी एवं निमाड़ी बोलियो के संरक्षण संवर्धन हेतु सतत कार्य कर रही है। पूर्व में भी बोली आधारित साहित्य का प्रकाशन समय समय पर किया जाता रहा है आगे भी साहित्य अकादमी बोलियों को केंद्र में रखकर पुस्तकों के प्रकाशन के लिए प्रतिबद्ध है। जैसा की विदित है मालवी बोली,निमाड़ी बोली, बुंदेली और बघेली के इतिहास पर केंद्रित पुस्तकों का प्रकाशन भी अकादमी ने किया है। भविष्य में इन बोलियों के व्याकरण और शब्दकोश के प्रकाशन की योजना भी प्रस्तावित है। आगे भी अकादमी ऐसे प्रयास करती रहेगी । गमक श्रृंखला में भी बोलियों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिल रहा है।