पंडरिया-जोहार छत्तीसगढ़।
सरपंच की अनुपस्थिति में फ़र्जी सील एवं हस्ताक्षर का प्रयोग कर खाते से पैसे गायब करने का मामला अब ब्लॉक से जिला एवं जिले से घूम पुनः पंडरिया अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष अटक गया है । दरअसल पंडरिया जनपद की ग्राम पंचायत भरेवा पूरन के सरपंच कलिता मानिकपुरी ने जनपद सीईओ से शिकायत की थी कि उनके पंचायत सचिव फूल सिंह रात्रे के द्वारा 3 लाख 76 हजार 800 रुपये की राशि का आहरण उनकी बगैर जानकारी व फर्जी सील और हस्ताक्षर का प्रयोग से कर लिया गया है। तब से मामले में कार्यवाही जारी है 3 महीने बीतने वाले हैं पंचायत में काम काज ठप है अब पंचायत के सरपंच एवं सचिव के अलावा ग्रामीण भी उक्त फैसले का इन्तेजार कर रहे हैं, ताकि जल्द कोई कार्यवाही हो और फिर से गांव में विकास कार्य शुरू हो सकें ।
उक्त मुद्दे पर जब सरपंच से बात की गई तो उनका कहना है कि पंचायत में पैसों की कमी है विकास कार्यों के लिए पूंजी थी जिसे सचिव ने बिना पुछे निकाल लिया कैसे विकास कार्य करूँ, जनता का दबाव है वह सवाल पूछती है, अधिकारी 3 महीनों से सिर्फ़ जांच ही कर रहे हैं और केस चला रहे हैं अभी तक फैसला नहीं आया है क्या करूँ ? वहीं सचिव से जब यही सवाल किया गया कि मामला क्या है और विकास कार्य निरंतर जारी हैं या नहीं ? इसके जवाब में सचिव ने कहा कि मामला एस डी एम पंडरिया के पास पहुंचा है एवं तारीख़ 24 अगस्त को मामले की सुनवाई है सारे कागज़ात व रिकॉर्ड जमा कराए जा रहे हैं विकास कार्य ठप है और ऐसे हालतों में विकास के बारे में पंचायत की जनता सोंचे तक नहीं ।
अगर सूत्रों की माने तो उनका कहना है कि मामले में जातिवाद हावी हो रहा है उक्त सचिव के संरक्षण में कई नेता एवं अधिकारी सामने आ रहे हैं और सचिव के बीच बचाव में लगे हैं यही कारण है कि सचिव के फैसले में देरी हो रही है अब देखना यह है कि सरकार अपना अगला कदम क्या उठाएगी या फ़िर भरेवा पूरन पंचायत के ग्रामीणों को पूरा साल ही विकास के बिना गुजारना पड़ेगा ।