खरगोन । खरगोन के भीकनांव जनपद सीईओ के सरकारी आवास में आत्महत्या कर चुके मामले में तीसरे दिन पुलिस ने भाजपा के जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि धन्नालाल खतवासे और जनपद उपाध्यक्ष और दुलीचंद बांके के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि जनपद सीईओ राजेश बाहेती ने अपने शासकीय आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। मौके पर मिले सुसाइड नोट को जब्त कर मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, था तथ्यों और सुसाइड नोट के आधार पर दो आरोपियों के विरुद्ध धारा 306 के तहत गिरफ्तार किया है। सीईओ बाहेती के बेटे रिषी माहेश्वरी ने इंदौर से आकर रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया। वहीं बुधवार को दोपहर में जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं भीकनगांव विधायक झुमा सोलंकी के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ ने भी घटना पर दु:ख जताते हुए अलग ज्ञापन सौंपकर सीईओ बाहेती को प्रताडि़त करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस जांच में जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि धन्नालाल खतवासे व उपाध्यक्ष दुलीचंद बाके द्वारा मृतक जनपद सीईओ राजेश बाहेती को विभागीय बैठक के दौरान कई बार कहा सुनी होकर वह शासन की योजनाओं में नियम विरुद्ध काम कराने और शासन द्वारा शासकीय कार्य की स्वीकृत की गई राशि में कमीशन मांगने का दबाव बनाकर प्रताडि़त करने की जानकारी सामने आई है। इससे तंग आकर बाहेती ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी, जिसका सुसाइड नोट में भी इसका जिक्र किया गया था। दोनों आरोपितों पर धारा 306, 34 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।
कांग्रेस ने कहा भाजपा नेता करते थे बेइज्जत
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्रीमती सोलंकी ने एसपी को बताया कि 3 जून को जनपद के भाजपा पदाधिकारियों द्वारा सार्वजनिक रुप से सीईओ बाहेती को बेइज्जत किया जाता था, नियम विरुद्ध का दबाव बनाते थे। जिससे आहत होकर उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया। इस सभी घटनाओं का उन्होंने परिवार से भी जिक्र किया था। पकड़े गए दोनों आरोपितों को भाजपा के वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी बताया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि सीईओ आत्महत्या के मामले में शासकीय योजनाओं को लेकर आपसी मतभेदों से प्रताड़ित होकर प्रथम दृष्टिता जांच में एवं सुसाइड नोट के आधार पर 2 लोगों को गिरफ्तार कर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की जांच की जा रही है।