बठिंडा । कोरोना महामारी के इस दौर में कई पदक विजेता खिलाड़ी भी कठिन समय से गुजर रहे हैं। एशियाई खेलों में पावर लिफ्टिंग के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी इंद्रजीत सिंह अपने पिता के साथ चाय बेचकर घर का खर्च चलाने को मजबूर हैं। इंद्रजीत बचपन से ही पावर लिफ्टिंग में लगे हैं। उन्होंने एशियाई स्तर पर स्वर्ण पदक भी जीता है। वर्ष 2018 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में भी इस खिलाड़ी ने भाग लिया था।
इंद्रजीत ने साल 2011 में खेलना शुरू किया था। वर्ष 2013 में उन्होंने राज्य स्तर पर पहला स्वर्ण पदक जीता। इस खिलाड़ी ने राष्ट्रीय स्तर पर भी चार स्वर्ण पदक जीते हैं। इसके अलावा दो बार राष्ट्रीय रिकार्ड भी बनाया। साल 2018 में राजस्थान के उदयपुर में हुई एशियन पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में उसने चीन के खिलाड़ी को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक जीता था। खेलों के लिए इस खिलाड़ी को अपना घर तक गिरवी रखना पड़ा है। इंद्रजीत को इतने पदक जीतने के बाद भी सरकारी नौकरी नहीं मिली और घर चलाने के लिए वह पिता के साथ चाय बेच रहे हैं। इस खिलाड़ी ने नौकरी के लिए कई बार प्रयास किय पर हर बार उसे आश्वासनों के सिवा कुछ नहीं मिला।