भोपाल। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि उपभोक्ताओं को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय सुनिश्चित करने के लिए विद्युत प्रणाली के मेन्टीनेन्स के कार्य प्राथमिकता से समय-सीमा में सुनिश्चित किए जायें, ताकि मानसून के दौरान अनावश्यक विद्युत व्यवधान उत्पन्न न हो। इसी के मद्देनजर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र में उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये कंपनी द्वारा युद्ध-स्तर पर विद्युत प्रणाली मेन्टीनेन्स का कार्य किया जा रहा है। कंपनी द्वारा उच्च-दाब लाइनों का रख-रखाव, जिसमें लाइनों के निकट की झाड़ियों की कटाई, लाइनों के नीचे एवं आसपास के पेड़ों की डालियों की कटाई, झुके हुए खंभे सीधे करना, ढीले तार टाइट करना, कटे हुए स्टे वायर की जगह पर नया तार लगाना, टूटे/जर्जर खंभे को बदलना, झुके हुए वी-क्रासआर्म एवं टॉप क्लैम्प को सीधा करना, टूटे-फूटे इनसुलेटर/डिस्क इनसुलेटरों को बदलना, जम्परों को टाइट करना, जले हुए जम्परों को नये जम्परों से बदलना, ढीले स्टे टाइट करना, आँधी-तूफान के कारण क्षतिग्रस्त गार्ड को बदलना एवं सुधारना, कम क्षमता वाले (खराब) तारों को बदलना, गॉर्डिंग ठीक करना एवं अर्थिंग इत्यादि कार्य किये जा रहे हैं।
इसी कड़ी में जून तक भोपाल क्षेत्रांतर्गत 33 के.व्ही. के 349 फीडरों का रख-रखाव एवं 8 हजार 392 कि.मी. लम्बी 33 के.व्ही. लाइनों को संधारित किया गया। इसी प्रकार 11 के.व्ही. के 2 हजार 250 फीडरों का रख-रखाव एवं 49 हजार 443 किमी. लम्बी 11 के.व्ही. लाइनों को दुरूस्त किया गया तथा 33/11 के.व्ही. के 502 उपकेन्द्रों एवं 3 हजार 962 वितरण ट्रांसफार्मरों का रख-रखाव किया गया। इसी प्रकार ग्वालियर क्षेत्रांतर्गत 33 के.व्ही. के 253 फीडरों का रख-रखाव एवं 5 हजार 981 कि.मी. लम्बी 33 के.व्ही. लाइनों को संधारित किया गया। इसी प्रकार 11 के.व्ही. के 1 हजार 635 फीडरों का रख-रखाव एवं 44 हजार 808 किमी. लम्बी 11 के.व्ही. लाइनों को दुरूस्त किया गया तथा 33/11 के.व्ही. के 423 उपकेन्द्रों एवं 2 हजार 433 वितरण ट्रांसफार्मरों का रख-रखाव किया गया।