भोपाल। कोरोना संक्रमण के बीच पुलिसकर्मियों की छुट्टी और अनावश्यक आवागमन पर लगी रोक हटा ली गई है। इस संबंध में एआईजी प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि, पुलिस को मिलने वाले वीकली ऑफ को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। वीकली ऑफ का फायदा सिपाही से थाना प्रभारी स्तर पर ही मिलना है, जो गश्त के अगले दिन ही मिलता है। गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार के ऐलान के बाद कुछ महीनों तक मप्र पुलिस को वीकली ऑफ देना शुरू किया गया था। कुछ दिनों चली नई व्यवस्था के बाद इसे गुपचुप तरीके से जिले के अधिकारियो ने अपने स्तर पर ही बंद कर दिया।
इसके 10 महीने बाद अगस्त 2020 में शिवराज सरकार में दोबारा यह व्यवस्था शुरू हुई, जो कुछ ही दिनों में फिर उसी अंदाज में बंद कर दी गई। जानकारी के अनुसार थाना स्तर पर तैनात पुलिसकर्मी की जिस रात गश्त रहती है, उसके अगले दिन वीकली ऑफ देना तय किया गया है। हालांकि, इमरजेंसी के दौरान वीकली ऑफ निरस्त कर संबंधित को ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है। 1 दिन में 15 प्रतिशत थाना स्टाफ वीकली ऑफ की वजह से अवकाश पर रहता है, इसलिए उस दिन 85 प्रतिशत स्टाफ से ही ड्यूटी करवानी पड़ती है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अन्य शासकीय विभाग के कर्मचारियों को सालभर में करीब 100 छुट्टियां अलग से मिलती हैं। इनमें 52 रविवार, 12 दूसरा शनिवार और करीब 36 अन्य शासकीय और ऐच्छिक अवकाश शामिल हैं। ये 100 छुट्टियां भी किसी पुलिसकर्मी को नहीं मिल पाती हैं।