कोरिया जोहार छत्तीसगढ़।
कोरिया जिला से महज 15 किलोमीटर दूर पटना चौरासी के लोगो को तरसना पड़ रहा है पीने का पानी के लिए,,,जबकी ग्राम पंचायत पटना में तीन कोरिया नीर वाटर एटीएम होने के बाद भी टंकी का मटमैला पीला पानी पीने को होना पड़ रहा मजबूर। अगर पीना है शुद्ध पानी तो करना पड़ेगा 30 किलोमीटर का सफर दरसल कोरिया जिला के ग्राम पंचायत पटना में जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायत पटना में Nh पंचायत भवन के सामने, दूसरा बाजार पारा में एवं तीसरा गायत्री मंदिर चौक में। तीन कोरिया नीर (वाटर एटीएम) लगाया गया जिसमें से दो वाटर एटीएम से पेयजल उपलब्ध कराना शुरू किया गया था लेकिन गायत्री मंदिर चौक में जबसे बना है वाटर एटीएम तब से लेकर आज तक बनने के बाद उस वाटर एटीएम से पेयजल कि आपूर्ति शुरू नहीं किया गया,उस वाटर एटीएम में लटका रहता है ताला।इन दिनों पटना चौरासी के लोगो का हाल बेहाल है स्थिति यह है कि पटना में 3 वाटर एटीएम होने के बाद भी किसी भी वाटर एटीएम से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है,।ग्रामीणों ने बताया की हमारी समस्या सुनने वाला कोई नही वाटर एटीएम खराब होने के कारण हमें टंकी का मटमैला पीला पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। और इस पानी को पीने से कई प्रकार की बीमारियां के चपेट में लोग आ रहे हैं।कई लोगों को पीलिया मलेरिया बुखार जैसे रोग भी लगने लगे हैं,, जब हम इस पानी की समस्या का शिकायत पंचायत को दिया तो पंचायत ने पीएचई विभाग का होना बताया जब पीएचई विभाग से बात किए तो पंचायत को सुपुर्द करने का बात कर टालमटोल करते नजर आए।
हम लोगो को कठपुतलियों की तरह नचा रहे हैं ।इन जवाबदेही लोगों को रत्ती भर शर्म नहीं कि हम ग्रामीणों का समस्या दूर करने के बजाय एक दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी सौंप रहे हैं,, भाड़ में जाए जनता अपना काम बनता जैसे हथकंडे अपना रखे हैं इनको कोई मरे कोई जिए इससे इनको को फर्क नही पड़ता सिर्फ कुर्सी में बैठ कर अपना हाजरी बना रहे है,, जबकि इन्हें पब्लिक की समस्याओं के लिए कुर्सी पर बिठाया गया है और ए लोगो का समस्या दूर करने के बजाए अपना जवाबदेही को एक दूसरे के माथे थोपने में लगे है अब हम जाए तो जाए किसके पास किसे बताए अपना समस्या कौन सुनेगा हमारी समस्या। अगर हम बीमारियों से बचने के लिए शुद्ध पानी पीना चाहते हैं तो हमे15 किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ेगा और 15 किलोमीटर जाकर फिर वापस होना। कई लोग तो पानी लेने 30 किमीटर का सफर तय कर जिला मुख्यालय बैकुन्ठपुर से पानी ला भी रहे है,,वही जिनके पास कोई व्यवस्था नही वह नल का गंदा पानी पीने को मजबूर है ग्रामीणों ने बताया बरसात के कारण घर के नल में गंदा पानी आ रहा है जो पीने योग्य नहीं है कई लोग इसी पानी को पीकर मलेरिया एवं पीलिया जैसी बिमारियों की चपेट में आ रहे हैं, जब से पटना में वाटर एटीएम से पेयजल आपूर्ति शुरू किया गया तब से कई लोग सिर्फ वाटर एटीएम का पानी पीते हैं इन दिनों किसी भी वाटर एटीएम से पानी नहीं मिल रहा है इसलिए कुछ अन्य लोग जिला मुख्यालय बैकुन्ठपुर जाकर वाटर एटीएम से पीने के लिए पानी लेकर आते हैं जिससे बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,, इसके बाद भी विभागिय अधिकारी पटना में स्थित वाटर एटीएम का सुधार नहीं कर रहे हैं जो समझ से परे है। बता दें कि पटना सहित क्षेत्र के ग्राम पंचायत महोरा, जमगहना, टेंगनी, टेमरी, पाण्डवपारा, डूमरिया, तेंदुआ, कुडेली, कटकोना में भी कोरिया नीर (वाटर एटीएम) लगाया गया है जिसमें से किसी भी वाटर एटीएम से ग्रामिणों को पानी नहीं मिल रहा,सभी रखरखाव के अभाव एवं अधिकारियों के द्वारा ध्यान न देने के कारण वाटर एटीएम बंद पड़े हैं और जिन लोगों को वाटर एटीएम से मिलने वाले पानी का उपयोग या पीने की आदत हो गई है उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।