बिलासपुर । नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर आयोजित संस्मरण विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबके कुल पुरूष डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी ने मानव कल्याण के लिए एक समग्र सोच को संपूर्ण दुनिया को देना चाहते थे। उनके विचारशीलता और त्याग की भावना से हम सब में वैचारिक विस्तार हुआ है। उन्होंने जो परिकल्पना सर्वत्र विकास की की थी उस दिशा में हम सब गतिमान है। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी का पुण्य प्रताप ही है कि हम देश की सामाजिक व राजनीतिक व्यवस्था में शून्य से शिखर की ओर पहुंचे हैं। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का स्वप्न था कि धारा 370 को समाप्त करके सम्पूर्ण राष्ट्र और एक राष्ट्र के दिशा में कार्य किया जाये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में धारा 370 को समाप्त कर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। हम सबको उनके संकल्प के हिंदुस्तान के लिए जुटना होगा।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के जीवन के अनेकों प्रसंग है,जिसका आत्मसात हम सबको हमेशा करना चाहिए। हमारी विचारधारा हमें वैचारिक शक्ति के साथ समाज जीवन में सबके कल्याण के लिए कार्य करने को प्रेरित करती रही है। इसलिए हमें हमारे पुरखों के पुण्य कार्यों से हमेशा प्रेरणा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद डॉ. श्यामाप्रसाद जी चाहते थे कि हमारे प्रगति की गति और तेज हो इसके लिए उन्होंने शिक्षा को एक प्रमुख आधार बनाया और खुद ही एक शिक्षाविद् के तौर पर 33 वर्ष के आयु में कुलपति के दायित्व का निर्वहन कर कार्य किया जिसकी चर्चा आज भी सर्वत्र है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने पौधरोपण किया।
कार्यक्रम का संचालय जिला मीडिया प्रभारी बालकृष्ण अग्रवाल व आभार प्रर्दशन रामजी श्रीवास द्वारा किया गया।
इस मौके पर पार्टी के परमात्मानंद गिरी, समीरा पैकरा, महेंद्र सोनी, डॉ.शिवप्रताप राय, शीतल शुक्ला, कुबेर सर्राठी, बृजलाल राठौर, दिलीप यादव, लालजी यादव, दिनेश मरावी, राखी गहलोत, नीरज जैन, मंडल अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, किशन सिंह ठाकुर, छोटेलाल सोनी, शंकर चक्रधारी, लूसन राठौर, भूधर सोनी, मोर्चा जिलाध्यछ में कन्हैया राठौर, रियाज क़ुरैशी, संदीप जायसवाल, प्रणव मरपच्ची, विभा नहरेल, अंकुर गुप्ता, मथुरा सोनी, रोहित चौधरी, दिलीप केडिया, सूचन्द्र तिवारी, पवन त्रिपाठी, योगेद्र नहरेल, हीरालाल साहू, राकेश चतुर्वेदी, संतोष सोनकर, नन्हू शुक्ला, संदीप सिंघई, मोहित राजपूत, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, अजय तिवारी, छेदी केशरवानी, सचिन जैन, आलोक जैन, गोविन्द केशरवानी, भवरसिंह गोवास, प्रदीप जायसवाल, श्यामू पिपरहा, विष्णु चौरसिया, अभय रोहणी अभय वर्मा, सन्नी आगवानी, प्रदीप जायसवाल, आशुतोष मिश्रा, आयुष पांडेय, दीपक शर्मा, शंकर सोनी निलेश नामदेव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे!