लैलूंगा-जोहार छत्तीसगढ़।
रायगढ़ जिले के विकास खण्ड लैलूंगा के दर्जनों ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन योजना अंतर्गत बनाये जाने वाले शौचालय निर्माण के नाम पर सरपंच और सचिव द्वारा व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का मामला प्रकाश में आया है। जिसके संबंध में तीन चार माह पूर्व कलेक्टर रायगढ़ तथा मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रायगढ़ एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी ( राजस्व ) न्यायालय लैलूंगा के समक्ष बकायदा लिखित शिकायत रजिस्ट्री डाक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया था। जिस पर आज पर्यंत उपरोक्त लिखित शिकायत पर किसी प्रकार का कार्यवाही नहीं होना कहीं ना कहीं इसमें उच्चाधिकारियों का भी भ्रष्टाचार में संलिप्तता होने की ओर इंगित करता है। गौरतलब हो की यह पूरा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है यहाँ के भोले – भाले आदिवासी लोगों के नाम पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूरे देश को स्वच्छ बनाने के उदेश्य से एक महत्वाकांक्षी योजना बनाया था। जिसका नाम स्वच्छ भारत मिशन कहा गया है। ताकि लोग खुले में शौच ना जायें तथा गंदगी से दूर रहें इसे ध्यान में रखते हुए संपूर्ण भारत में “स्वच्छ भारत मिशन” योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवार के घरों में एक – एक शौचालय की निर्माण के लिए बारह हजार रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में ग्राम पंचायतों के खाते में राशि दिया गया था। उस राशि से सरपंच – सचिव द्वारा शौचालय का बगैर निर्माण कराये दांये बांये किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके फोटोग्राफी कर लाखों रूपये का बंदर बाट किया गया है। संबंधित ग्राम पंचायतों के प्रत्येक हितग्राहियों के घर – घर जाकर उच्चस्तरीय जाँच करते हुए भौतिक सत्यापन करने का मांग किया गया है। जिससे यह स्पष्ट हो जायेगा की किन – किन हितग्राहियों के नाम पर और कितना रूपये का गोलमाल किया गया है। और यदि शौचालय का निर्माण ही नहीं किया गया है या अधूरा है। उसके अनुसार संबंधित सरपंच और सचिव से शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया हो तो उनसे उतनी राशि का वसूली किया जाना जनहित में उचित होगा।Attachments area