दुर्ग । शहर के प्रमुख इंदिरा मार्केट के सब्जी बाजार को स्मार्ट बनाने की दिशा में विधायक वोरा के विजऩ पर प्रदेश सरकार द्वारा अविलंब 65 लाख रु की राशि यूनिशेड बनाने हेतु स्वीकृत की गई थी किन्तु नगर निगम प्रशासन द्वारा विकास कार्यों के प्रति घोर लापरवाही बरतते हुए राशि आ जाने के बाद भी कार्य मे विलंब किया जा रहा है। आज आक्रोशित सब्जी विक्रेताओं के द्वारा विधायक अरुण वोरा का घेराव कर कहा कि पुराना शेड निगम द्वारा हटा दिया गया है अब बरसात ऋतु में खुले आसमान के नीचे सब्जी बेचने की मजबूरी से सब्जियों के खराब होने के साथ ही ग्राहकों को भी असुविधा हो रही है। अन्यत्र स्थान पर बाजार नहीं होने के कारण रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है व परिवार का भरण पोषण दूभर हो गया है। विधायक वोरा ने तत्काल नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया को स्थल से ही फोन लगाकर यूनिशेड निर्माण में अनावश्यक लेट लतीफी की शिकायत कर नाराजगी व्यक्त की।उन्होंने कहा कि गंदगी, धूप, गर्मी एवं बरसात से व्यवसायियों एवं जनता को राहत देने के उद्देश्य से आई राशि को पंचवर्षीय योजना की तर्ज पर चलाया जा रहा है।
डेढ़ साल पूर्व की हुई निविदा के क्रियान्वयन में 18 महीने भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि पूर्ववर्ती शहरी सरकार की तरह अनावश्यक विलंब करने की परंपरा ना दोहराई जाए। अधोसंरचना मद एवं 14वें वित्त की राशि आने के बाद भी अब तक निविदा प्रक्रिया पूरी कर कार्यादेश जारी नहीं किया गया है। जलभराव को रोकने 4.5 करोड़ की नालियाँ बनने से पहले ही बरसात आ पहुंची है। पेयजल योजना अबतक पूर्ण नहीं हुई है। निकाय मंत्री डहरिया ने श्री वोरा को आश्वस्त करते हुए तत्काल आयुक्त हरेश मंडावी से बात की एवं त्वरित कार्यवाही कर पखवाड़े भर में कार्य पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि निगम में कांग्रेस की परिषद आने से पूर्व 11 करोड़ 76 लाख की राशि विधायक अरुण वोरा के प्रयासों से विकास कार्यों के लिए स्वीकृत की गई थी जिसमें से यूनिशेड निर्माण एक महत्वाकांक्षी योजना थी किन्तु अधिकारियों के ढीले रवैये ने कार्य को लटका दिया है। बार बार अल्टीमेटम मिलने के बाद भी शेड निर्माण प्लिंथ लेबल तक ही पहुंच पाया है आए दिन किसी ना किसी बहाने से कार्य रोक दिया जाता है जिस कारण शिकायत आज मंत्री तक पहुंची।