बिलासपुर । जनपद पंचायत मस्तूरी के ग्राम पंचायत गोडाडीह में कुछ माह पूर्व ग्राम पंचायत के ही रूपचंद राय नाम के व्यक्ति ने मस्तूरी जनपद पंचायत में लिखित में शिकायत की थी के ग्राम पंचायत गोडाडीह बोईर तालाब एवं नया तालाब में मनरेगा के तहत गहरीकरण का कार्य हुआ था जिसमें शिकायतकर्ता रूपचंद राय के द्वारा ग्राम पंचायत के सरपंच,उपसरपंच एवं पंचो सहित रोजगार सहायक पर फर्जी हाजिरी डलवाने का आरोप लगाते हुए शिकायत किया था। यह मामला कई दिनों से चर्चित था क्योंकि एक तो मस्तूरी ब्लाक घोटालों के लिए काफी मशहूर है और साथ ही इस मामले में काफी हो हल्ला मचा था। इस मामले में मस्तूरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार सिंह लहरें ने संज्ञान में लेते हुए मनरेगा विभाग के कर्मचारियों को जांच टीम बनाकर उचित जांच कराने का आदेश दिया था जिसमें टिकेंद्र पटेल उप अभियंता एवं संतोष देवांगन तकनीकी सहायक को जांच दल प्रभारी बनाकर जांच के लिए भेजा गया था। जांच के उपरांत शिकायतकर्ता के साथ-साथ जिन जिन लोगों का शिकायतकर्ता ने नाम दिया था इन सभी से बयान दर्ज करते हुए एवं ग्राम पंचायत में मनरेगा के सभी कार्यों का मूल्यांकन एवं जांच उपरांत जांच दल ने अपनी रिपोर्ट बना कर पुन: मुख्य कार्यपालन अधिकारी मस्तूरी को सौंपा । जिसमें शिकायतकर्ता रूपचंद राय के द्वारा ग्राम पंचायत गोडाडीह के पंचायत प्रतिनिधि एवं रोजगार सहायक के ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद एवं झूठा साबित हुआ।
शिकायतकर्ता का भी खुद शिकायत हुई है उस पर कार्यवाही होगी कब?
ग्राम पंचायत गोडाडीह में मनरेगा में फर्जीवाड़ा हो रहा है करके शिकायत करने वाले शिकायकर्ता रूपचंद राय के ऊपर खुद ग्राम पंचायत में अपने आप को ठेकेदार बताते हुए फर्जी बिल व्हाउचर लगाकर लाखों रुपए का वारा न्यारा किया गया है जिसकी शिकायत ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने जनपद सीईओ से की है जिसमें जांच टीम भी गठित हुआ है लेकिन लॉकडाउन होने की वजह से जांच टीम अपनी कार्य पूर्ण रूप से नहीं कर पाई थी । अब देखना यह है कि उस जांच टीम द्वारा जांच कब चालू करते हैं और जांच की रिपोर्ट कब आती है।