भोपाल । आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने कहा है कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जायेगा। इसमें सभी अपने घर पर रहकर सहभागिता करें और भारत सरकार की ‘बी विथ योगा-बी एट होम” थीम से जुड़ें। मंत्री श्री कावरे ने आज मंत्रालय में विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। बैठक में प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख भी उपस्थित थीं।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि ‘योग से निरोग” कार्यक्रम के जरिये योग सेंटर में लोगों की सहभागिता बढ़ाई जाये। इसके लिये योग टीचर और जिला आयुष अधिकारी लोगों से सम्पर्क कर योग के गुण बताकर अपनाने के लिये जागरूक करें। उन्होंने कहा कि विभाग की गतिविधियों की समय-सीमा निर्धारित कर कार्य किये जायें। समयमान वेतनमान, परिवीक्षा अवधि, अनुकम्पा नियुक्ति आदि के प्रकरण समय-सीमा में निराकृत करें। विभाग की हरेक शाखा निर्धारित समय-सीमा तय कर लम्बित प्रकरणों का निराकरण करे। श्री कावरे ने कहा कि अधिकारी नवाचार कर कार्य करें। अच्छे काम और अच्छे से काम करने को हमेशा याद रखा जाता है।
श्री कावरे ने कहा कि विभिन्न गठित समितियों की अनुशंसाओं की समय-सीमा भी निर्धारित की जाये। अधिकारी-कर्मचारियों की गोपनीय चरित्रावली का निराकरण भी समय-सीमा में हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी अपने घरों में औषधीय पौधे लगायें। इस संबंध में एक सर्कुलर जारी कर जिला अधिकारियों को भेजें।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि शुगर नियंत्रण के लिये आयुर्वेदिक दवा की खोज कर उसका प्रचार-प्रसार करें। साथ ही आयुर्वेदिक दवाओं की पैकेजिंग व्यवस्था नये तरीके से की जाये। छोटे-छोटे डोज के हिसाब से दवाओं की पैकेजिंग की जाये। बैठक में हर्बल गार्डन, मेडिसिन प्लांट लगाने के लिये निर्देश दिये गये। इसके लिये जिलों में 2-3 एकड़ जमीन कलेक्टर के माध्यम से आरक्षित करवाने को कहा गया। श्री कावरे ने हर्बल गार्डन के लिये खुद की एक यूनिट तैयार करने के प्रयास करने को कहा।
श्री कावरे ने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की प्रोग्रेस रिपोर्ट एक सप्ताह में दें। रिक्त पदों की पूर्ति और संविदा पद भर्ती की प्रक्रिया का कार्य भी समय-सीमा निर्धारित कर करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र विशेष में किस प्रकार के रोग उत्पन्न होते हैं, इसका आकलन कर डाटाबेस तैयार करें। फिर उसी हिसाब से दवाइयों के वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी दें, जिससे निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके भवनों का लोकार्पण हो सके। उन्होंने रजिस्ट्रार भवन के लिये भूमि चयन कर भूमि-पूजन की तैयारी करने को भी कहा।