दुर्ग । सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के 7 मिलियन टन विस्तार के तहत लगाये गए माॅडेक्स की सभी नई इकाइयों के लिए पेयजल की आवश्यकता को पूरा करने के लिए डिंªकिंग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तथा पेयजल वितरण की सुविधा का विकास किया गया।
750 मीटर क्यूब प्रति घण्टा क्षमता के 4 वर्टीकल पंपों के माध्यम से (2 रनिंग पम्प और 2 स्टैंड बाय पम्प) इनटेक वाटर पंप हाउस से राॅ-वाटर की आपूर्ति डिंªकिंग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को फीड किया जाता है जिसमें फ्लैश मिक्सर, क्लेरिफ्लोक्यूलेटर, रैपिड ग्रेविटी सैंड फिल्टर, क्लोरीनीकरण इकाई और स्टोरेज सम्प शामिल हैं।
अशुद्धियों को दूर करने के लिए मरोदा-2 से इनटेक वाटर पंप हाउस द्वारा आपूर्ति किए गए राॅ-वाटर को स्टिलिंग चैंबर्स/फ्लैश मिक्सर्स को फीड किया जाता है। जहां कोगुलेंट्स (एलम), पीएच बैलेंस के लिए एजेंट(लाइम) और उत्प्रेरक हेतु (पॉली-इलेक्ट्रोलाइट) जैसे तत्व डाले जाते हैं। ।
इसके बाद पानी से ठोस पदार्थों के निपटान के लिए क्लेरिफ्लोक्यूलेटर्स तक ले जाया जाता है। क्लैरिफ्लोक्यूलेटर्स से ओवर फ्लो होकर गुरुत्वाकर्षण से फिल्टर करने के लिए रैपिड ग्रेविटी सैंड फिल्टर (आरजीएसएफ) में भेजा जाता है। आरजीएसएफ एक कॉम्पैक्ट स्पेस के भीतर उच्च फिल्टरेषन तकनीक का उपयोग करता है जिसमें 4 बेड हैं और प्रत्येक क्षमता 750 मीटर क्यूब प्रति घण्टा (2वर्किंग$2स्टैंड बाय) है।
ग्रेविटी फिल्टर से छना हुआ पानी स्टोरेज सम्प में डाला जाता है जहां क्लोरीन की डोजिंग की जाती है। इस प्रकार पीने योेग्य पानी कोे स्टोरेज सम्प से उपभोक्ताओं को भेजा जाता है। इस पीने योग्य पानी की आपूर्ति एक पम्पिंग सिस्टम के माध्यम से की जाती है, जिसमें 4 वर्टिकल पम्पों (2वर्किंग $ 2 स्टैंडबाय) जिसमें प्रत्येक की क्षमता 750 मीटर क्यूब प्रति घण्टा है। इन पम्पों के माध्यम से दोहरे हेडर वाले पाइप के द्वारा माॅडेक्स की सभी इकाइयों को जोड़ने वाले 114 किमी लंबे पाइप लाइन से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। क्लैरिफ्लोक्यूलेटर के तल पर स्थित अशुद्ध पानी को आगे के उपचार के लिए निकटतम निकास द्वार-18 में भेजा जाता है और इस जल का उपचार किया जाता है जो डिंªकिंग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को जीरो डिस्चार्ज यूनिट बना देता है। इस प्रकार बीएसपी के माॅडेक्स यूनिटस् को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।
यह सुविधा मेसर्स वोल्टास लिमिटेड जमशेदपुर द्वारा ईडी (प्रोजेक्ट्स) श्री ए के भट्टा के मार्गदर्शन में प्रोजेक्ट्स-यूटिलिटी जोन द्वारा स्थापित किया गया है। मेकॉन, रांची ने इस परियोजना के लिए तकनीकी और डिजाइन सहायता प्रदान की है।
इस सुविधा का उद्घाटन भिलाई के अपने प्रथम प्रवास पर आये माननीय सेल, अध्यक्ष श्रीमती सोमा मंडल द्वारा किया गया है। इस महती परियोजना का उद्घाटन श्री एच एन राय, निदेशक (तकनीकी, परियोजनाएं और कच्चे माल) सेल और श्री अनिर्बान दासगुप्ता, निदेशक प्रभारी भिलाई इस्पात संयंत्र की गरिमामयी उपस्थिति में डिजिटली सम्पन्न हुआ।