भोपाल । प्रदेश अनलॉक होने के बाद राजनीतिक भी अनलॉक होने लगी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि पिछले एक साल से लंबित भाजपा की नगर और जिले की कार्यकारिणी की घोषणा जल्द ही की जा रही है। इस संबंध में तैयारियां भी शुरू हो गई हैं और सभी नेताओं से विचार-विमर्श कर पर्यवेक्षकों को सौंपे गए नामों की भी पड़ताल कर ली गई है। संकेत मिल रहे हैं कि इस माह के अंत या फिर जुलाई के सप्ताह तक कार्यकारिणी की घोषणा की जा सकती है। जिन लोगों को मुख्य कार्यकारिणी में मौका नहीं मिलेगा, उन्हें मोर्चा और प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी में एडजस्ट किया जाएगा।
पूरे प्रदेश में अधिकांश जिलों और नगर में अध्यक्षों की घोषणा तो कर दी गई, लेकिन अभी तक उनकी कार्यकारिणी घोषित नहीं की जा सकी है। इसके लिए प्रदेश की ओर से पर्यवेक्षकों को पदाधिकारियों के संभावित नाम पता करने के लिए भेजा था और उन्होंने भी संगठन को नाम सौंप दिए, लेकिन उसके बाद भी फैसला नहीं लिया जा सका और मार्च से कोरोना के कारण राजनीतिक गतिविधियां एक तरह से बंद हो गईं। चूंकि अब प्रदेश अनलॉक हो गया है तो राजनीतिक गतिविधियों को भी अनलॉक किया जा रहा है।
फाइनल की जा रही जिलों की कार्यकारिणी की सूची
भोपाल में जिलों की कार्यकारिणी की सूची फाइनल की जा रही है। पुरानी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के घर बैठने के बाद माना जा रहा है कि कार्यकारिणी में नए चेहरों की बहुतायत होगी। अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं से नामों पर विचार भी कर लिया गया है, जिसकी घोषणा जल्द की जाना है। एक अनार सौ बीमार की तर्ज पर एक पद के लिए कई दावेदार हैं और इस बार सिंधिया समर्थकों को भी कार्यकारिणी में एडजस्ट करना है। जिन लोगों को कार्यकारिणी में स्थान नहीं मिल पाता है, उनके लिए भी स्थानीय मोर्चा-प्रकोष्ठ में स्थान देने की तैयारी की जा रही है, क्योंकि अभी अध्यक्ष सहित इनकी कार्यकारिणी भी घोषित होना है। साथ ही प्रदेश में भी मोर्चा-प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी बनना है। इंदौर से भी कुछ लोगों को इसमें भेजने की तैयारी है और इसका फैसला जल्द हो जाएगा।