बिलासपुर । भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश की भूपेश सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया है। उनका कहना है कि ढाई साल में ही सरकार अलोकप्रिय हो गई है सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में पूरी कांग्रेस माफिया बन गई है। प्रदेश में पदों की नीलामी हो रही है। उन्होंने कहा कि जनघोषणा पत्र बनाने वाला नेता 17 जून को क्या करेंगे ये भविष्य के गर्त में है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के ढाई साल का कार्यकाल पूरा होते-होते विपक्ष के नेता अपने घरों से निकलने लगे है और सरकार की विफलताओं को लेकर मुखर होने लगे है। शनिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता, रायपुर विधायक और पूर्व मंत्री पत्रकारों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भूपेश सरकार की खामियों को उजागर करते हुए हर मोर्चे पर विफल बताया। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार के ढाई साल पूरे हो रहे है इसी के साथ इस कार्यकाल की उल्टी गिनती भी शुरू हो गई है। देश की ये पहली सरकार है जिसकी लोकप्रियता ढाई साल में समाप्त हो गई है। लोगों का विश्वास सरकार पर से उठ गया है। छत्तीसगढ़ में माफियाओं की सरकार है, शराब माफिया, रेत माफिया, जंगल माफिया, जमीन माफिया, ड्रग्स माफिया और ट्रांसफर माफियाओं की सरकार है। कई बार तो लगता है कि पूरी कांग्रेस पार्टी माफिया बन गई है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि जितना पैसा सरकार के खजाने में आ रहा है उससे कई गुना ज्यादा पैसा माफियाओं की तिजोरी में जा रहा है। इसके कारण सरकार दिवालिया हो चुकी है।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपनी कंगाली दूर करने के लिए ढाई साल में ही 40 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है। जबकि भाजपा की सरकार ने 15 साल में 30 हजार करोड़ रुपए ही कर्ज ली थी। कांग्रेस की सरकार से कोई भी वर्ग खुश नही है। चाहे वह किसान हो, मजदूर हो, नौजवान हो या बेरोजगार हो सब दुखी और परेशान है। ऐसी सरकार को एक मिनट भी रहने का अधिकार नही है। ये सरकार विश्वासघात की सरकार है, वादाखिलाफी और भ्रष्टाचार को समर्पित सरकार है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इस कोरोना महामारी में दवाओं की होम डिलीवरी होनी चाहिए लेकिन सरकार ने शराब की होम डिलीवरी करा रही है। सरकारी शराब की दुकानों में 25 प्रतिशत शराब ही वैध तरीके से बिक रही है, 75 प्रतिशत शराब नंबर दो की बिक रही है। यही नही दूसरे प्रदेशों की अवैध शराब छत्तीसगढ़ में बिक रही है और वो भी सरकार के संरक्षण में बिक रही है। राज्य में पहली बार ऐसा हो रहा है जब शराब के कारण पूरा का पूरा परिवार आत्महत्या कर रहे है। लाखों घर उजड़ गए है। जिलों में अधिकारियों की पदस्थापना बोली लगाकर की जा रही है, पदों की नीलामी हो रही है। अभी तक प्रदेश में ढाई सौ से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके है।