धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
कोल कंपनियों की आने की सुगबूगाहट शुरू होते दलाल सक्रिय हो गये हैं। धरमजयगढ़ में एसईसीएल को कोयला खदान आबंटन किया गया है, एसईसीएल को जिस कोयला खदान दिया गया है उसमें तराईमार, शाहपुर, बायसी, धरमजयगढ़ कालोनी, दुर्गापुर, शाहपुर कालोनी, पीपरमार वार्ड क्रमांक 3 के जमीन अधिग्राहण किया जाना है। एसईसीएल के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों का आज अंबेटिकरा मंदिर में एक बैंठक रखा गया था ताकि इनके कामों में किसी प्रकार का विरोध न हो। ताकि आसानी से किसानों को बेवकूफ बनाया जा सके। लेकिन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा कोविड के कारण बैठक करने की अनुमति नहीं दिया गया। लेकिन कंपनी के अधिकारी अपने जाल बिछाने के लिए आज कुछ दलालनुमा लोगों के साथ चुपके से बैठक किया। आपको लोगों को मालूम होगा की कुछ साल पहले धरमजयगढ़ क्षेत्र में 3 कोल ब्लॉक आबंटन किया गया था और तीनों कंपनियों ने अपना जनसूनवाई भी पूरा करा लिया था। तब भी ये कंपनी के दलाल दिन में जनता के हमदर्द बनकर सड़क में उतरा करते थे और रात होते ही कंपनी वालों के साथ पार्टी मनाते थे। इसलिए क्षेत्र के किसानों को इन दलालों के बातों में आने से बचना होगा नहीं तो अपनी जमीन को बचाना मुश्किल होगा। ये कंपनी के अधिकारी और दलाल बहुत शातीर होते हैं। ये लोग क्षेत्र के भोले-भाले गरीब, आदिवासी किसानों को अपने चंगुल में बहुत जल्द फंसा लेते हैं। पिछले समय भी कंपनी के लोगों द्वारा ग्रामीणों से कई प्रकार के कगजों में हस्ताक्षर करवा लिया गया था। और उस हस्ताक्षर युक्त कागजातों से कई प्रकार के अनुमति कंपानी वालों ने अधिकारियों से मिलकर प्राप्त कर लेते हैं। अब आप ही सोचिए कि एसईसीएल कंपनी को खदान के लिए जब बैठक करना है तो उस बैठक में सिर्फ जनप्रतिनिधियों को ही क्यों बुलाया गया है। एसईसीएस वालों को बैठक में प्रभावित ग्राम के लोगों को भी बुलाकर अपनी योजना बताना चाहिए न कि चुप चाप दलालनुमा नेता और जनप्रतिनिधियों को।