बिलासपुर-
जम्बो योजनाओं के लिए तो निगम प्रशासन करोड़ो की कंसल्टेंसी फीस देता आ रहा, पर लगता है कि नाले-नालियों के लिए भी ऐसा ही करना होगा। शहर में 3-3, 4-4 बार निर्माण कराने के बाद भी बारिश में जलभराव होने से सवाल उठने लगा है कि निगम की ये कैसी इंजीनियरिंग चल रही है।
भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार ने 15 सालो के कार्यकाल में करोड़ो के नाले-नालियों के निर्माण का दावा किया। निर्माण हुए भी पर हस्र क्या है सारे शहरवासी देखते आ रहे। सफाई के दावे किए जा रहे तस्वीरे खिंचवाई जा रही पर नाले नालियों में पानी नही बह रही।
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ओंकार शर्मा का लगातार बयान आया कि त्रुटिपूर्ण निर्माण के कारण नाले-नालियों में पानी का बहाव नही। पर किसी अफसर ने किसी के खिलाफ आजतक कार्रवाई नही की।
*नेहरू चौक*
भक्त कवर राम गेट से लेकर नेहरू चौक तक नाले और कलवर्ट निर्माण के लिए 4 साल में 4 थी बार नाले का काम चल रहा।
*लिंकरोड*
श्रीकांत वर्मा मार्ग और मित्र विहार कालोनी के पानी की निकासी के लिए 3 बार लिंक रोड को खुदवा कलवर्ट का निर्माण कराया पर समस्या का निदान न हो सका। एक बार तो तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री के निर्देश पर भी निर्माण कराया गया, परन्तु फिर भी यहां जलजमाव हो रहा।
इसके अलावा जगमल चौक, व्यापार विहार समेत कई जगह ऐसी स्थिति निर्मित हो चुकी है।
*ये बेचारे राजनीति के मारे*
शहरवासियों को इस मामले में भी राजनीति ही तकलीफ दे रही। जो भी दल सत्ता में आते है उसी के लोग ठेकेदार बन जा रहे। नेताओ के पिछलग्गू होने के कारण अफसर भी शांत पड़ जा रहे।
*25-30 साल से जमे अफसर*
निगम में निर्माण से लेकर सफाई विभाग में अफसर 25-25, 30-30 साल से जमे है। इसके बावजूद आज तक न तो नाले- नालियों के निर्माण में कोई सुधार आया न सफाई में।
*कही बर्बादी, कही संघर्ष*
एक तरफ दूसरे जोन के वार्डो में जहा वार्ड के पार्षद लाख-दो लाख का निर्माण कराने जद्दोजहद कर रहे। वही दूसरी ओर पिछले 5 साल में 3-3, 4-4 बार तोड़फोड़ कर निर्माण कराया जा रहा है।
*हो गए सब लाल*
शहर के नागरिकों ने देखा कि कैसे पुराने नाले-नालियों के ऊपर 4-6 लाइन ईंट की जुड़ाई करा नई नाले-नालियां बना दी गयी।
*दो कम्पनियां फेमस*
भाजपा शासनकाल में निगम के जनप्रतिनिधियों ने दो अलग-अलग कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाकर खेल खेला था। सत्ता परिवर्तन के बाद नए ठेकेदार आ गए।
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मैं अपने जोन का बता सकता हु। नेहरू चौक में 3 री बार नाले के निर्माण की बात गलत है। निर्माण नही करा रहे जहां छुटा था, वहां कलवर्ट को बनवा रहे।
पी के पंचायती
प्रभारी कार्यपालन अभियंता
नगर निगम बिलासपुर