दुर्ग । मौसम विभाग ने छग में एलर्ट जारी किया है। वही देर रात्रि से ही जोरदार बारिश के चलते कई इलाको में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है। प्रदेश मेंं एक-दो दिनों में और अधिक मानसून के सक्रिय होने की संभावना बनी हुई है। शहर के हृदय स्थल में बनने वाली मुख्य सड़क के मालवीय नगर चौक में शंकरनाला का कार्य में विलंब होने के कारण पहले ही आशंका जाहिर की गई थी। जलभराव की स्थिति आसपास के वार्डो में दिखाई दे रही है। आज सुबह से ही विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल, लोक निर्माण विभाग एवं नगर निगम के अमले के साथ शंकरनाला डायवर्सन व निर्माण एवं कसारीडीह नाला डायवर्सन इंटकवेल के पास हो रहे निर्माण कार्यो में धीमी गति पर नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान अमृत मिशन के कार्यो से कर्मचारी नगर, सिकोलाबस्ती, बांधातालाब एवं निजली बस्तियों के वासियों ने बताया कि गंदा पानी उनके घरों में पहुंच रहा है। उनकी समस्याओं को देखते हुए विधायक वोरा ने अधिकारियों को कहा कि कोरोना के साथ ही अन्य संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका जल भराव वाले क्षेत्रों में ना हो, बाढ़ आपदा केन्द्र 24 घंटा लोगों को सेवा प्रदान करें। शिकायत मिलने पर त्वरित कार्यवाही करे साथ ही 1 वर्षो से नदी के इंटकवेल के पास कसारीडीह नाला मिलने से फिल्टर प्लाट में गंदा पानी पहुंचने की संभावना हमेशा रहती थी। जिसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा शुद्ध पेयजल हेतु नाला डायवर्सन के लिए 4 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। जिसका 1 वर्ष पूर्व निविदा होने के बाद भी कार्य अपूर्ण होने से निविदा एजेंसी को फटकार लगाते हुए जल्द पूर्ण करने आदेशित किया साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारी निर्माणाधीन मुख्य सड़क के आसपास की मॉनिटरिंग आवश्य करें। महापौर बाकलीवाल ने कहा कि निगम द्वारा आपदा केन्द्र स्थापित किया गया है। निगम मशीनरी द्वारा वार्डो के सभी निजली बस्तियों से गुजरने वाली नाली-नालो की सफाई टीम द्वारा युद्ध स्तर पर की जा रही है। जलभराव क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान पार्षद खिलावन मटियारा, शंकर सिंग ठाकुर, एल्डरमेन राजेश शर्मा, लोक निर्माण विभाग के गंगन जैन सहित निगम के अधिकारी मौजूद थे।