भोपाल । राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने सभी राज्यों को टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्कों में पर्यटन तत्काल बंद करने के निर्देश दिए हैं। एनटीसीए का पत्र सोमवार को मध्य प्रदेश वन्यप्राणी मुख्यालय को मिला है। यह फैसला हैदराबाद के नेहरू जूलोजिकल पार्क में आठ बब्बर शेरों में कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद लिया गया है। मामले में राज्य सरकार केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को पत्र लिखा है। जिसमें प्रदेश में 30 जून तक पर्यटन चालू रखने की अनुमति मांगी गई है।इसके पीछे सरकार का तर्क है कि प्रदेश में वन्यप्राणियों में अभी ऐसे लक्षण नहीं मिले हैं और डेढ़ महीने से ज्यादा पार्क बंद रहने के कारण पार्कों के आसपास रहने वाले आदिवासियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे ही हालात रहे तो प्रदेश में मानव-वन्यप्राणी द्वंद की स्थिति बन जाएगी। राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में 13 अप्रैल से कोरोना कर्फ्यू लागू हो गया था। जिन जिलों में कर्फ्यू लगा, वहां स्थित टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क और अभयारण्यों में पर्यटन भी बंद कर दिया गया, जो एक जून से फिर शुरू हुआ है। वन मंत्री विजय शाह ने एक से 30 जून तक पार्क खोलने के निर्देश दिए थे, पर हैदराबाद से आई खबर ने राज्यों को पार्क बंद करने पर मजबूर कर दिया है। एनटीसीए के निर्देश, तो मध्य प्रदेश पहुंच गए हैं, पर सरकार पार्क बंद करने के इरादे में नहीं है। इसके लिए कई तर्क दिए गए हैं।शासन ने लिखा है कि प्रदेश में किसी भी वन्यप्राणी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। कोरोना काल में जिन वन्यप्राणियों की मौत हुई है, उनके पोस्टमार्टम के दौरान सेंपल लेकर जांच कराई गई है, उनमें भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई। फिर भी पार्क अप्रैल से बंद थेे। जिससे ग्रामीणों का रोजगार प्रभावित हो रहा था। मई अंत तक की समीक्षा के बाद ही पार्क खोलने के निर्देश दिए हैं। क्योंकि एक जुलाई से 30 सितंबर तक के लिए फिर पार्क बंद होना है। ऐसे में पार्कों को लंबे समय तक बंद रखा, तो ग्रामीण आंदोलित हो जाएंगे और मानव-वन्यप्राणी द्वंद की स्थिति बन जाएगी। शासन ने लिखा है कि वर्तमान में सभी पार्कों में पर्यटकों के स्लॉट फुल चल रहे हैं। ऐसे में पार्क बंद करना उचित नहीं होगा। वैसे हम कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन करा रहे हैं। प्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक आलोक कुमार बताते हैं कि शासन की ओर से पत्र भेजा है। हमने अपना पक्ष रखा है। अब केंद्र सरकार से जबाव आने के बाद तय होगा कि पार्क खुले रहेंगे या बंद होंगे।