भोपाल । मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से पार्टी नेताओं के भोपाल दौरे और बंद कमरे में मुलाकातों के कारण अटकलों का बाजार गरमा रहा है। कोई इसे नेतृत्व परिवर्तन की दृष्टि से देख रहा था, तो कोई सियासत में कोई बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रहा है। सोशल मीडिया पर चल रही इन अटकलों को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने सोमवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह मुख्यमंत्री थे, मुख्यमंत्री हैं और मुख्यमंत्री रहेंगे।
किसी सरकार में मुख्यमंत्री के बाद नंबर दो पर गृहमंत्री को माना जाता है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र के बंगले पर लगातार नेताओं से हो रही मुलाकातों के कारण जो अटकलें चल रही थीं, उस पर उन्होंने कहा कि वाट्सअप एक ऐसी यूनिवर्सिटी है, जिसके वाइस चांसलर बनने के लिए किसी योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। और, इसलिए यह जो फेक न्यूज है जो भ्रामक और असत्य समाचार हैं। मेरी प्रार्थना है, इन पर ध्यान न दें। भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से शिवराज सिंह जी और वीडी शर्माजी के नेतृत्व में एक है, संगठित है। माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री थे, मुख्यमंत्री हैं और मुख्यमंत्री रहेंगे। इसलिए इस तरह की खबरों के लिए कम से कम वाट्सअप, फेसबुक को आधार न बनाए, ऐसा कुछ भी नहीं है।
नरोत्तम और विधानसभा अध्यक्ष में मुलाकात
सोमवार की सुबह एक बार फिर नरोत्तम मिश्रा के चार इमली बंगले पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम पहुंचे थे। दोनों के बीच एक घंटे तक चर्चा हुई। बंद कमरे में गुफ्तगूं होने के कारण अटकलों का बाजार गर्मा गया। हालांकि दोनों में सहज मुलाकात की बात बताई गई। क्योंकि नरोत्तम मिश्र संसदीय कार्य मंत्री भी हैं और गिरीश गौतम विधानसभा के अध्यक्ष। मिश्रा ने कहा कि नरोत्तम मिश्र ने इस बारे में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की ओर से जिन समितियों का गठन किया गया है, उनकी सोमवार को बैठक होना है, इसलिए हम दोनों की यह सहज और स्वाभाविक मुलाकात थी।
इसलिए भी लग रही हैं अटकलें
मध्यप्रदेश की राजनीति के बारे में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज के बाद सियासत में अटकलों का बाजार गरम है। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भोपाल दौरे पर शिवराज, वीडी शर्मा, सुहास भगत और नरोत्तम मिश्र से मुलाकात करके गए। इसी बीच नरोत्तम मिश्र से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रभात झा की भी मुलाकात हुई। इसके बाद वीडी शर्मा और नरोत्तम मिश्रा से एक सप्ताह में दो बार मिल चुके हैं। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दो दिन बाद भोपाल आने वाले हैं। वे भी मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। इन मुलाकातों के कारण सोशल मीडिया पर यह अटकलें चलने लगी हैं कि प्रदेश में जल्द ही नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। इसलिए नेताओं ने लॉबिंग शुरू कर दी है।
विजयवर्गीय बोले- कोई दम नहीं
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जो कहानियां आ रही है, वो बकवास है उसमें कुछ दम नहीं है। कोविड में लोगों के पास काम कम है, इसलिए मुलाकातें कर रहे हैं। इसे राजनीतिक रंग देना उचित नहीं है। शिवराज सिंह जी के नेतृत्व में ही प्रदेश चलेगा।