वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वुहान की लैब से चीनी कोरोना वायरस के निकलने के अनुमान के मामले में मैं सही था। अब हर कोई यहां तक कि दुश्मन भी यह कहना शुरू कर चुके हैं कि चाइना वायरस के वुहान की लैब से आने की मेरी बात सही थी। ट्रंप ने कोरोना से लोगों की मौतों और दुनिया में तबाही के लिए चीन पर जुर्माना लगाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘डॉक्टर फाउची और चीन के बीच पत्राचार अकाट्य प्रमाण है, जिसे कोई खारिज नहीं कर सकता है। चीन को कोरोना वायरस से हुई मौतों और तबाही के लिए अमेरिका और पूरी दुनिया को 10 ट्रिल्यन डॉलर जुर्माना देना चाहिए।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति कोरोना वायरस पर शीर्ष सलाहकार डॉक्टर फाउची के प्राइवेट ईमेल के खुलासे के बाद अब एक बार फिर से कोरोना वायरस के चीन की वुहान लैब से फैलने का विवाद भड़क उठा है। हालांकि डॉक्टर फाउची अब कह रहे हैं कि कोरोना वायरस के वुहान की लैब से दुनिया में फैलने की आशंका न के बराबर है। इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में भी इस बात की आशंका को खारिज नहीं किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन की ओर से कोविड-19 महामारी के बारे में खुलासा किए जाने से कुछ सप्ताह पहले नवंबर 2019 में वुहान जीवविज्ञान प्रयोगशाला के तीन शोधकर्ताओं ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराने को कहा था। ट्रंप ने फॉक्स नेशन कार्यक्रम में एंकर से कहा कि आप अब कोरोना वायरस के लैब से निकलने के सिद्धांत को ‘संभावना’ शब्द नाम दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब इस बारे में बहुत कम संदेह बचा हुआ है। इससे पहले ट्रंप ने इंसान के द्वारा कोरोना वायरस पैदा करने की आशंका पर जोर दिया था। ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति रहने के दौरान कई बार कोरोना वायरस को चाइना वायरस नाम दिया था।