भोपाल । रेलवे चुनिंदा रेल मार्गों पर 150 निजी ट्रेन चलाने की घोषणा कर चुका है। इस योजना में देरी हो रही है। इसकी वजह कोरोना संक्रमण भी है। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि यह प्रक्रिया चल रही है। जून में टेंडर खोले जाएंगे और जल्द प्रक्रिया भी पूरी कर लेंगे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एवं सीईओ सुनीत शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि जिस तरह लॉकडाउन अवधि में सीमित ट्रेनें तेज गति से दौड़ी हैं, उसी तरह सामान्य दिनों में भी 100 फीसद चलने वाली ट्रेनों की गति अधिक रहेगी। यात्री एक से दूसरे स्टेशनों के बीच की दूरी जल्द तय कर सकेंगे। माल धुलाई भी कम समय में होगी। दरअसल, वर्ष 2020 में लगाए गए पहली लॉकडाउन अवधि में कुछ समय के लिए 100 फीसद ट्रेनों का परिचालन बंद करना पड़ा था। अब तक 100 फीसद ट्रेनें पुन: शुरू नहीं हुईं। बल्कि अप्रैल 2021 में लगाए कोरोना कर्फ्यू में कुछ और ट्रेनों को बंद करना पड़ा है। इस बीच रेलवे ने रेल लाइन का विस्तार, ट्रैक का सुधार, पुल-पुलियाओं का मेंटेनेंस, सिग्नल व ओएचई लाइन में सुधार किया है। इसका नतीजा है कि ट्रेनों की गति बढ़ गई है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि जब सामान्य दिनों की तरह फिर से 100 फीसद ट्रेनें ट्रैक पर आएंगी, तब भी इसी तरह तेज गति से ट्रेनें चलेंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मालगाड़ी को अभी औसतन 46 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाया जा रहा है। यात्री ट्रेनों की गति भी अच्छी है। उन्होंने ट्रेन परिचालन से जुड़े अन्य विषयों पर भी बात की।