भोपाल । राजधानी सहित प्रदेशभर में मंगलवार से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। कारण, प्रदेशभर के 9 हजार आयुष डॉक्टरों का हड़ताल पर जाना। समान वेतन और संविदा नौकरी की मांग को लेकर इन डॉक्टरों ने काम पर नहीं आने का फैसला किया है। डॉक्टरों का कहना है कि सालभर से काम कर रहे हैं, कोविड पॉजिटिव हो गए, इसके बाद भी सरकार हमारी अनदेखी कर रही है। जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी, हड़ताल जारी रहेगी।
आयुष डॉक्टरों का कहना था कि हमारी दो ही मांगें हैं। पहला समान वेतनमान और दूसरा संविदा नियुक्ति। कोविड के बीच विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। हमें जो वेतन मिल रहा है, उसे बताने में शर्म आ जाए। मेरा परिवार संक्रमित हो गया। मेरे दो जुड़वां बच्चे हैं। एमएस होने की वजह से मुझे वैक्सीन नहीं लग सकती। इसके बाद भी मैं काम कर रही हूं। पिछली बार 10 हजार रुपए अलग से वेतन में देने की बात कही गई थी, लेकिन वह भी नहीं मिला। कोरोना योद्धा के तहत भी आयुष डॉक्टरों को लाभ नहीं मिला। हमारा तो बीमा भी नहीं है। हम एमबीबीएस वालों के बराबर ही काम कर रहे हैं। हमें इज्जतदार वेतन तो मिले। कोविड की इस बीमारी में हर जगह पर आयुष विभाग ही काम कर रहा है।
– 9 हजार डॉक्टर रहेंगे हड़ताल पर
फीवर क्लीनिक में आयुष मेडिकल ऑफिसर के पद में पदस्थ डॉक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि कॉन्ट्रैक्ट में होने के कारण हर दो-तीन महीने में कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाया जा रहा है। पिछले महीने ही एक महीने का कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाया गया है। हम दो मांगों के साथ हड़ताल पर जा रहे हैं। समान कार्य, समान वेतन को लेकर प्रदेशभर में करीब 9 हजार डॉक्टर काम से दूरी बनाएंगे। पिछले साल भी 80 नर्सिंग स्टॉफ समेत 100 से ज्यादा लोगों को बाहर कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कई पोस्ट खाली पड़ी हैं। सरकार हमें बाद में वहां शिफ्ट कर सकती है, लेकिन उनकी ऐसी मंशा नहीं है। हमने एक महीने पहले भी बात की थी, लेकिन सरकार हमारी मांगों को संज्ञान नहीं ले रही। हड़ताल पर जाने को लेकर 22 मई को ज्ञापन सौंपा था। किसी ने ध्यान नहीं दिया, इसलिए हड़ताल का रास्ता चुना है।