सीहोर । जिला कांग्रेस कमेटी सीहोर के कार्यकर्ताओं ने थाना कोतवाली पहुंचकर नगर निरीक्षक नलिन बुधोलिया को एक शिकायती पत्र सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी के चलते म.प्र. का शासकीय तंत्र पूर्व से समुचित अस्पताल/बेड/ आई.सी.यू. ऑक्सीजन, आवश्यक दवाएँ, कोविड केयर सेंटर की समुचित व्यवस्था करने में पूर्णत: विफल साबित हुआ है। जबकि प्रदेश चलाने की जिम्मेदारी के तहत प्रथम चरण की वेव के बाद सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्व से म.प्र. शासन को व्यापक रूप से करनी चाहिए थी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, संबंधित विभाग के मंत्री एवं जिला के प्रभारी मंत्रियों तथा मंत्रालय एवं जिला में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारीयो द्वारा ना तो भविष्य में आने वाली द्वितीय चरण में महामारी फैलने का कोई आकलन किया और ना ही कोई व्यवस्थाएं की , जबकि देशभर में वैज्ञानिक , डॉक्टर्स एवं विशेषज्ञों की संस्थाएं इस ओर इशारा कर रही थी कि द्वितीय चरण में कोरोना महामारी पूर्व से ज्यादा भयावय और ज्यादा लोगों को संक्रमित करेगी । इस बद इंतजामी का नतीजा यह हुआ कि गाव से लेकर बड़े से बड़े शहरों तक अस्पतालों में बेड , आ.सी.यू बेड , आक्सीजन , आवश्यक जीवनरक्षक दवाईयों की भारी कमी हुई और इस अव्यवस्था के चलते कई कोरोना पीडितों को समय पर ऑक्सीजन एवं आवश्यक दवाएं ना मिल पाने के कारण जान गवानी पड़ी। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश के जिम्मेदार मत्रियो, अधिकारियों एवं जिले में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारीयों की है। यदि किसी निजी इंडस्ट्री, संगठन में ऐसी अव्यवस्था के चलते इतनी मौत हो जाती है तो अभी तक कई एफ.आई.आर दर्ज कर कार्यवाही हो गई होती। उपरोक्त अव्यवस्थाओं को पाने के लिए अब एक और नई चाल चली जा रही कोरोना पीडितों सही आकड़ा छुपाया जा रहा शमशान/मुक्तिधाम/कब्रस्तानों में किये गये अतिम क्रियाक्रमों के लिये जाए गए शवों का आपला शासन द्वारा बताये जा रहे कोरोभापीडितो की मौतों से 10-10 . 20-20 गुना अधिक है और यह सब सुनियोजित तरीके से पडय़ा पूर्वक प्रदेश के मुख्यमत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, सबंधित विभाग के मंत्री श्री प्रभुराम चौधरी एवं जिलों के प्रभारी मंत्रियों तथा मन्त्रालय एवं जिलों में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारीयो द्वारा प्रदेश की जनता को अमित करने और उन्हें कोरोना प्रभावित मृत्यु के लिए मुआवजा ना देना पड़े की दृष्टि से कोरोना प्रभावित मृत्युओं के आकड़ों में जानबूझकर हेरा-फेरी कर कम दर्शाने का कार्य किया जा रहा है। उपरोक्त व्यक्तियों के उपरोक्त वर्णित कत्य देशद्रोह की श्रेणी में आते हैं जो कि देश की जनता के साथ धोखा कर अपने संवैधानिक कृत्यों का पालन ना कर भ्रम फैलाने, असुरक्षा एवं अविश्वास का वातावरण फैलाने और देश में अशांति फैलाने तथा गैरइरादतन हत्या करने का अपराध की श्रेणी में आते हैं । कांग्रेसजनों द्वारा पत्र के माध्यम से मांग की गई है कि शिवराज सिंह चौहान, प्रभुराम चौधरी, जिलों के प्रभारी मंत्री एवं मंत्रालय तथा जिले के समस्त जिम्मेदार शासकीय अधिकारीयों के विरूद्ध भारतीय दण्ड विधान की धारा 304 , 420 , 406 , 467 , 468 , 124 – ए . 124 (2) आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 54 एवं अन्य आपराधिक विधि की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कठोर कानूनी कार्यवाही कर सजा दिलाने की कार्यवाही की जावे। प्रमुख रुप से उपस्थित जनों में राजीव गुजराती, ब्रजेश पटेल, मृदुल तोमर, भगतसिंह तोमर, जसवीर सिंह खनूजा, मो. अनीस, नवेद पठान, अजय रैकवार, के.के. रिछरिया आदि उपस्थित रहे।