कोरबा कोरबा विधायक और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि रिसदी सहित किसी भी गांव के किसानों की जमीन का नामांतरण देवू पॉवर के नाम से नहीं करने का निर्देश तहसीलदार को दिया गया है। उन्होंने गांव के करीब फ्लाईएश डम्प करने पर वाहनों को रोक कर पुलिस में रिपोर्ट करने का निर्देश ग्रामीणों को दिया और कहा कि ऐसे मामले में कड़ीं कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। शासन के समक्ष देवू का मामला आने पर मुख्यमंत्री से चर्चा कर पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के वायदे के मुताबिक देवू पॉवर का भू- आबंटन निरस्त कराया जाएगा। यह जानकारी रिसदी के किसान मोहम्मद एजाज शेखानी, भजनसिंह कंवर और कुछ अन्य ने दी है।
जानकारी के अनुसार रिसदी के किसानों की जमीन पर सीमांकन के बहाने देवू पॉवर द्वारा कथित आधिपत्य हासिल करने के प्रयास को लेकर उपजे विवाद के बीच राजस्व मंत्री रिसदी पहुंचे। गांव में किसानों से करीब डेढ़ घण्टे तक उनकी बातचीत हुई। किसानों ने उन्हें देवू के साथ हुए अनुबंध के पूरा नहीं होने, पॉवर प्लांट स्थापित नहीं होने, भूमि का अब तक देवू के पक्ष में नामांतरण नहीं होने, लगातार खेती किसानी करने आदि की जानकारी दी। किसानों ने कांग्रेस नेता राहुल गांघी के वायदे से उन्हें अवगत कराते हुए बताया कि पांच वर्ष के भीतर अर्जित भूमि पर उद्योग स्थापित नहीं करने पर ऐसी भूमि किसानों को वापस करने का वादा कोरबा जिले के कटघोरा में 2018 में राहुल गांधी ने किया था। ग्रामीणों ने गांव की जमीन पर जबरन फ्लाईएश डम्प करने की शिकायत भी मंत्री से की।
मोहम्मद एजाज शेखानी और किसानों ने बताया कि ग्रामीणों का पक्ष सुनने के बाद राजस्व मंत्री ने उन्हें जानकारी दी कि तहसीलदार को किसानों की जमीन का नामांतरण देवू पॉवर के नाम पर नहीं करने का निर्देश उन्होंने दिया है। मंत्री ने कहा कि किसान अपनी जमीन पर काबिज रहे और खेती किसानी करें। कोई हटाने के लिए आये तो उन्हें जानकारी दें। किसानों को उनकी जमीन से नहीं हटने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देवू का मामला अभी न्यायालय में है। जब भी शासन के समक्ष आएगा तो पार्टी नेता राहुल गांधी के कहे अनुसार यदि उन्होंने कहा है तो किसानों के पक्ष में निर्णय लिया जाएगा। राजस्व मंत्री ने फ्लाईएश की समस्या पर कहा कि ठेकेदार फ्लाईएश डम्प कर रहा है। जब भी कोई गाड़ी फ्लाईएश लेकर आए तो ग्रामीण उसे घेर लें और पुलिस को सूचना दें।श्री अग्रवाल ने किसानों से कहा कि देवू कम्पनी दिवालिया हो चुकी है, ऐसे में देवू के नाम पर कौन मुकदमा लड़ रहा है, इसका भी पता लगाया जाना चाहिए।