भोपाल । जून के प्रथम सप्ताह में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए बारहवीं की परीक्षा के आयोजन के संबंध में आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। निर्णय लेते समय परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च वरीयता दी जाएगी। यह कहना है प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार का। उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 12वीं की परीक्षा की आवश्यक तैयारियां पूर्व में ही कर ली गयी है। फिलहाल परीक्षा प्रणाली में कोई परिवर्तन प्रस्तावित नहीं है। परिस्थितियां अनुकूल होने पर पुराने पैटर्न के अनुसार ही परीक्षाएं आयोजित की जायेगी। कोरोना संक्रमण के कारण स्थगित की गई मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) की हायर सेकंडरी परीक्षा अब जून के आखिरी हफ्ते में शुरू हो सकती है। प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद पांच जून को माशिम परीक्षा कार्यक्रम जारी कर सकता है। परीक्षा में काफी देरी होने के चलते तीन विषय की परीक्षा लेने पर विचार चल रहा है। इसमें भाषा के दो में से एक और संकाय के तीन में से दो विषय चुने जा सकते हैं। शेष विषयों में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक देने पर विचार किया जा सकता है। इस परीक्षा में 7.25 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हालात सुधर रहे हैं। 15 जिलों में संक्रमण दर पांच फीसद से नीचे आ गई है। इसे देखते हुए माशिमं ने 20 जून से परीक्षा कराने की तैयारी शुरू कर दी थी। पर अब कोरोना की समीक्षा के बाद निर्णय होगा। बताया जा रहा है कि परीक्षा पहले से प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों पर ही तीन घंटे की होगी और केंद्रों पर परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया जाएगा। परमार केंद्र द्वारा बारहवीं की परीक्षा आयोजित करने और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षाओं के प्रस्तावों पर चर्चा करने के लिए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वर्चुअली सम्मलित हुए। बैठक में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, महिला एवं बाल मंत्री स्मृति जुबीन ईरानी, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा और अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल रश्मि अरुण शमी सहित सभी राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों के शिक्षा मंत्रियों, शिक्षा सचिवों और राज्य परीक्षा बोर्डों के अध्यक्ष वर्चुअली शामिल हुए। परमार ने रक्षा मंत्री से सीबीएसई की परीक्षा के संबंध में अनुरोध किया कि राज्य की जमीनी हकीकत देखते हुए परीक्षा के संबंध में उचित निर्णय लिया जाये। इसके साथ ही 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के शिक्षकों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने और विद्यार्थियों के वैक्सीनेशन के लिए त्वरित आवश्यक रणनीति तैयार करने के संबंध में निवेदन किया गया। उल्लेखनीय है कि कोविड 19 महामारी ने शिक्षा क्षेत्र, विशेषकर बोर्ड परीक्षाओं और प्रवेश परीक्षाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित किया है। वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, लगभग सभी राज्य शिक्षा बोर्डों, सीबीएसई और आईसीएसई ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा, 2021 को स्थगित कर दिया है। इसी तरह, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) और अन्य राष्ट्रीय परीक्षा आयोजित करने वाले संस्थानों ने भी प्रोफेशनल पाठ्यक्रम प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा स्थगित कर दी है। सूत्रों की माने तो बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं का प्रभाव राज्य बोर्ड परीक्षाओं और देश भर में अन्य प्रवेश परीक्षाओं पर पड़ता है। इसे ध्यान में रखकर विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से 25 मई तक लिखित में सुझाव मांगे गए है। राज्यो के इनपुट के आधार पर सभी छात्रों के हित में बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के बारे में केंद्र सरकार द्वारा विचार किया जाएगा।