गुरूचरण सिंह राजपूत, जोहार छत्तीसगढ़।
धरमजयगढ़। एक ओर लॉकडाउन के दिनों में जहां रोजगार करने वाले भी बेरोजगार होकर अपने घरों में बैठे हैं तो वहीं धरमजयगढ़ आसपास के क्षेत्रों के कई लोग अपना व्यवसाय बदलकर पशुपालन, खेती किसानी करते देखे जा रहे हैं। पशुपालन तथा खेती किसानी करके अच्छी आमदनी कमा रहे हैं। सबसे बड़ी बात तो ये की लॉक डाउन ने कइयों की तकदीर तक बदल दी है। वहीं आमतौर पर कॉर्पोरेट कंपनियों में शानौ-शोकत की नौकरी और शहरी जीवन के ख्वाब संजोने वाले ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अब गावों में खेती-किसानी के साथ साथ पशुपालन भी रास आने लगा है। वे पशुपालन को रोजगार और व्यवसाय का जरिया बनाकर अपना भविष्य संवार रहे हैं। मेहनतकश पेशे में उतरकर सालाना लाखों रुपए कमा रहे कई ग्रामीणों ने खुद को सफल साबित करते देखे जा रहे हैं। लॉकडाउन के बाद अब कई युवा भी इस राह को अपनाने लगे हैं। तथा बकरी पालन के व्यवसाय में भाग्य आजमा रहे हैं।