बिलासपुर-
जिले में कुछ और छूट के साथ लॉक डाउन 31 मई तक बढ़ सकता है। क्योंकि कोरोना का खतरा अभी तल नही है। इतना जरूर है कोरोना संक्रमितों और मृतकों की संख्या में उत्साहजनक कमी आई है।
यह राहत की बात है कि प्रदेश की राजधानी रायपुर दुर्ग, और राजनांदगांव जिले की तरह ही बिलासपुर में भी कोरोना संक्रमित होने वाले लोगों के साथ मृतकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई हैं। लेकिन इससे यह कतई नहीं माना जा सकता कि बिलासपुर में कोविड-19 के संक्रमण का खतरा पूरी तरह समाप्त हो चुका है। और न ही, अप्रैल से पूरे जिले में लागू लॉकडाउन को, आने वाले दिनों में एक- बारगी खत्म किया जा सकता है। कोविड 19 के संक्रमण के प्रथम चरण में हर दिन होने वाले संक्रमित मरीजो और मृतकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आने पर जिस तरह पूरे देश में एकमुश्त लॉकडाउन खत्म कर दिया गया था। उसका भारी खामियाजा पूरे देश की तरह बिलासपुर जिले को भी भुगतना पड़ा है। इसलिए “दूध का जला- जैसे छाछ को भी फूंक फूंक कर पीता है”ठीक उसी तरह लॉकडाउन को लेकर, कोई भी निर्णय बहुत सोच समझ कर लिया जाएगा। जानकारों का कहना है कि इस बार लॉकडाउन को पूरी तरह खत्म करने की बजाय, अनेक सख्त पाबंदियों और कुछ छूटों के साथ जारी रखना चाहिए। जाहिर है कि जिला प्रशासन भी कुछ ऐसा ही सोच रहा होगा। और जैसे संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक जिला कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर लॉकडाउन को सख्त प्रतिबंधों और कुछ नई छूटों के साथ 31 मई तक लागू कर सकते हैं। इसके (31 मई के) बाद भी लॉकडाउन को पूरी तरह समाप्त किये जाने के मूड में ना तो प्रशासन है, और ना ही आम जनता..! अधिकांश व्यापारी भी समय की पाबंदियों और गाइडलाइन की सख्तियों के साथ लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के पक्ष में ही दिखाई दे रहे हैं। और यह उचित भी है क्योंकि ऐसा करने पर ही बिलासपुर के लोग, उनका परिवार, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक महकमा भी संक्रमण के स्पर्श और उससे उत्पन्न होने वाली जानलेवा स्थितियों से महफूज रहेगा।