अबूजा । कई साल से नाइजीरिया में आतंक मचाने वाले खूंखार संगठन बोको हरम के लीडर अबू बकर शेकऊ की मौत हो गई है। अधिकारियों का दावा है कि शेकऊ ने आत्महत्या कर ली है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस (आईएसडब्ल्यूएपी) से सामना होने पर शेकऊ ने विस्फोटकों से खुद को विस्फोटक से उड़ा लिया। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन जिहादी लड़ाकों के बीच हुई बातचीत के आधार पर यह दावा किया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि बोको हरम और आईएसडब्ल्यूएपी के बीच उत्तरी नाइजीरिया के बोर्नो में झगड़ा हुआ, जहां हाल के दिनों में आईएसडब्ल्यूएपी काफी शक्तिशाली हो गया है।
जर्नल ने लड़ाकों और उग्रवादी कमांडर के बीच हुई बातचीत के आधार पर दावा किया है कि शेकऊ ने बम डेटोनेट कर खुद को उड़ा दिया। नाइजीरिया की सेना के प्रवक्ता मोहम्मद येरिमी ने कहा है कि प्रशासन इस बारे में जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसी खबरें आई हैं और वह वापस आ गया।
वहीं, जर्नल से बातचीत में टोनी ब्लेयर इंस्टिट्यूट में एनालिस्ट बुलामा बुकार्ती ने कहा है कि शेकऊ दुनिया में सबसे ज्यादा लंब समय तक टिकने वाला आतंकी रहा है और दुनिया उसे काफी कम समझ पाई। उन्होंने कहा कि नाइजीरिया के लिए यह अहम पल है। इस्लामिक संगठन- बोको हरम की स्थापना 2002 में मोहम्मद यूसुफ ने की थी। स्थानीय भाषा- हौसा में बोको का मतलब ‘पश्चिमी शिक्षा का विरोध करना होता है, लेकिन 2009 में नाइजीरिया में एक इस्लामिक देश की स्थापना के लिए संगठन ने मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर दिए। अमेरिका ने 2013 में बोको हरम को आतंकी संगठन घोषित कर दिया। जब इसकी स्थापना की गई थी, तब यह अहिंसक था और इसका मुख्य उद्देश्य उत्तरी नाइजीरिया में इस्लाम को शुद्ध करना था। मार्च 2015 में यह इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवंट (आईएसआईएल) से जुड़ गया। सन 2009 में शेकऊ के कमान संभालने के बाद से यह इतना हिंसक हो गया कि ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स के मुताबिक एक वक्त पर सबसे खतरनाक आतंकी संगठनों में से एक था।