इन्दौर । गुरूवार को इन्दौर प्रवास पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कलेक्टर कार्यालय के प्रवेश द्वार पर ‘कोविड प्रोटोकॉल’ के तहत थर्मल स्क्रीनिंग की गई, वहीं ऑक्सीजन सैचुरेशन भी चेक किया गया। तब कहीं जाकर उन्हें ‘प्रशासनिक संकुल’ में प्रवेश मिल सका। यह व्यवस्था कलेक्टर कार्यलय के प्रवेश द्वार पर प्रतिदिन देखने मिलती है, ऐसा नहीं कि मुख्यमंत्री का दौरा था, इसलिए कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण रुप से पालन कराने के लिए ऐसा किया गया। ‘प्रोटोकॉल’ में साथ चल रहे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण रुप से पालन करते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय के एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग के पश्चात ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन सैचुरेशन चेक कराया… बता दें कि मुख्यमंत्री चौहान ‘कोविड-19 के संबंध में इन्दौर संभाग की समीक्षा’ के लिये इन्दौर के प्रशासनिक संकुल स्थित बैठक कक्ष पहुंचे थे। इसी प्रकार मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल से ही यह निर्देश भी जारी कर दिए थे की एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने कोई भी अधिकारी और जनप्रतिनिधि नहीं आए… मुख्यमंत्री की वापसी के वक्त भी ठीक ऐसा ही किया गया। चौहान की कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कोरोना सुरक्षा के मापदंडों का भी कड़ाई से पालन किया गया। मुख्यमंत्री चौहान जब औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे तो इस दौरान सभाकक्ष लगभग रिक्त ही था। मुख्यमंत्री चौहान ने इन्दौर कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में लगभग पाँच घंटे तक लगातार बैठक की। इस दौरान वे भोजन के लिए भी नहीं उठे।