Home छत्तीसगढ़ कोरोना संकट की घड़ी में तेंदूपत्ता संग्रहण बना महत्वपूर्ण सहारा

कोरोना संकट की घड़ी में तेंदूपत्ता संग्रहण बना महत्वपूर्ण सहारा

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रायपुर,। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य तेजी से जारी है। चालू वर्ष 2021 के दौरान अब तक लक्ष्य से आधा के करीब अर्थात् 8 लाख 16 हजार 433 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इस वर्ष राज्य में 16 लाख 71 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता के संग्रहण का लक्ष्य है। इसका संग्रहण दर वर्ष 2021 में 4 हजार रूपए प्रति मानक बोरा निर्धारित की गई है।

वन मंत्री श्री अकबर ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संकट की इस कठिन घड़ी में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य आदिवासी-वनवासी सहित तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए महत्वपूर्ण सहारा बना है। इससे राज्य में लगभग 13 लाख राज्य में चालू वर्ष के दौरान तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह से शुरू हुआ है और अब तक संग्रहण का कार्य लक्ष्य से आधा के करीब तक पहुंच चुका है। प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला ने बताया कि इनमें 5 वनमंडलों सुकमा, बीजापुर, गरियाबंद, कांकेर तथा केशकाल में लक्ष्य के 70 से 75 प्रतिशत तक तेंदूपत्ता का संग्रहण कर लिया गया है। इसी तरह राज्य में अब तक वनवृत्त वार जगदलपुर के बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा तथा जगदलपुर वन मंडलों में 72 प्रतिशत और कांकेर वनवृत्त के दक्षिण कोंडागांव, केशकाल, नारायणपुर, पूर्व भानुप्रतापपुर, पश्चिम भानुप्रतापपुर तथा कांकेर वन मंडलों में 57.64 प्रतिशत तक तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इसीतरह वनवृत्त दुर्ग के अंतर्गत राजनांदगांव, खैरागढ़, बालोद तथा कवर्धा वनमंडलों में 48 प्रतिशत और वनवृत्त रायपुर के अंतर्गत धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद तथा बलौदाबाजार वनमंडलों में 64 प्रतिशत तक तेंदूपत्ता का संग्रहण कर लिया गया है। वनवृत्त बिलासपुर के अंतर्गत बिलासपुर, मरवाही, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, धरमजयगढ़, कोरबा तथा कटघोरा वनमंडलों में 44 प्रतिशत और सरगुजा वनवृत्त के अंतर्गत जशपुर, मनेन्द्रगढ़, कोरिया, सरगुजा, बलरामपुर तथा सूरजपुर में 26 प्रतिशत तक तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।

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