भोपाल । राजधानी में कोरोना का संक्रमण अभी कम नहीं हुआ है इसके बावजूद लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। राजधानी में कोरोना कर्फ्यू लागू होने के बावजूद लोग स्वछंद होकर घूम रहे हैं। मालूम हो कि लगभग एक हजार लोग प्रतिदिन संक्रमित हो रहे हैं। इस कारण पिछले करीब डेढ़ माह से शहर में कोरोना कर्फ्यू लागू है, मगर कई क्षेत्रों में दुकानदारों व ग्राहकों में कोरोना का खौफ नहीं दिखाई दे रहा है। दूध, दवा, सब्जी व अन्य आवश्यक वस्तुओं की बिक्री के लिए छूट के अलावा कई दुकानदार गैर जरूरी वस्तुएं भी बेच रहे हैं। पुराने शहर, अशोका गार्डन क्षेत्र में ऐसे नजारे आम है। इससे कोरोना का संक्रमण और बढ़ने की आशंका है। फल-सब्जी की दुकानों के आसपास ग्राहकों की भीड़ भी रहती है। प्रशासन ने किराना सामान की होम डिलीवरी के लिए करीब 150 दुकानदारों को अनुमति दी है। बावजूद गली-मोहल्लों में किराना दुकानें खुल रही हैं। रविवार को इब्राहिमपुरा में एक किराना दुकान सील भी की गई थी। कोलार में कई दवाई की दुकान पर घरेलू सामान भी बेचा जा रहा है तो यहां चिकन की दुकान भी बेखौफ होकर खोली जा रही है। गेहूंखेड़ा, चिचली-बैरागढ़, नयापुरा, मंदाकिनी क्षेत्र मे यह स्थिति है। सोमवार को गेहूंखेड़ा में चिकन की दुकान खुली हुई थी। शाम पांच बजे यहां लोगों की भीड़ भी थी। मुख्य सड़क से कुछ दूरी पर ही उक्त दुकान है और पुलिसकर्मियों की आवाजाही भी रही। बावजूद किसी ने दुकान बंद नहीं कराई। यही पर लगे फल-सब्जी के ठेलों पर बिना मास्क लगाए ही दुकानदार बिक्री कर रहे थे। तुलसीनगर में फल-सब्जी दुकानों के आसपास भीड़ देखने को मिली। यही स्थिति माता मंदिर रोड, दानिशकुंज, मंदाकिनी क्षेत्र में भी देखने को मिली। अशोका गार्डन क्षेत्र में सब्जी और फलों के ठेले सडकों और कॉलोनियों के अंदर घूम-घूमकर धंधा कर रहे हैं। वहीं अप्सरा और और पंजाबी बाग कॉलोनी में भी ठेले वाले सडक किनारे खडे देखे जा सकते हैं। ये लोग मनमाने दाम पर फल बेच रहे हैं। कई किराना दुकानदार आधी शटर उठाकर सामान बेच रहे हैं। इन लोगों को प्रशासन की कार्रवाई का जरा भी भय नहीं है।