बिलासपुर । कांग्रेस का हमेशा दोहरा चरित्र रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिये कार्य कर रहै हैं वही कांग्रेस देश के स्वाभिमान को कमजोर करने का कार्य कर रहा है। जब देश में 100 वर्श पुराने भवन के बदले संसद का निर्माण राष्ट्र गौरव का कार्य है। इस दिशा में मजबूत संकल्प लिया गया है। इस पर भी कांग्रेस राजनीति से नही चुकना चाहती है। कांग्रेस को बताना चाहिए संसद भवन का विरोध कर रही है तो प्रदेश में विधानसभा भवन का निर्माण किस लिये करवा रही है। ये बातें विधायक पुन्नूलाल मोहले एवं जिला भाजपा अध्यख षैलेष पाठक ने पत्रकारों से बातचीत में कही।
श्री मोहले ने आगे कहा कि पूरा देश इस एकजुटता के साथ कोरोना को परास्त करने में जुटा है तब कांग्रेस केवल इस मुद्दों पर गैर वाजिब सवाल उठाकर देश का ध्यान भटकाना चाहती है। वैश्विक स्तर पर कोरोना से लडऩे हम जितना सफल हो रहे है वह दुनियां के अन्य देषों के लिये एक सशक्त उदाहरण है। उन्होने आगे कहा कि कोरोना से लडऩे के लिये टीका इस समय पर महात्वपूर्ण अस्त्र है लेकिन इस पर कांग्रेस की प्राथमिकता टीकाकरण नहीं बल्कि उस पर टिप्पणी जरूरी है। प्रदेश में समय रहते टीकाकरण प्रांरभ कर दिया जाता तो जो परेशानियां वर्तमान में हो रही है। वह नही होती है और प्रदेश में जनमानस की सुरक्षा में अहम कदम होता। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस की सरकार को इसकी जरा भी चिंता कभी नही रही है। अंत्योदय की चिंता हमारे हमेशा लक्ष्य में हमेषा रहा है और रहेगा। कोरोना के विस्तार के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा सबकी चिंता की है। सबको अन्न योजना चल रहे हैं। अंत्योदय की चिंता करते हुए देश की 80 करोड़ जनता को इस काल में राशन सुलभ करवा रहे है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार माननीय उच्च न्यायालय के आदेष का अनुपालन ही कर रही है। सर्व हित और सर्व समाज के लिये टीकाकरण नीति बनाया जाये लेकिन प्रेदश की सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिये ही जुटी है। उसे कभी प्रदेश के जनता की चिंता नही रही हैं । जरा भी चिंता होती तो टीकाकरण के लिये आवश्यक कार्रवाई जरूर करती।
शहरों के साथ-साथ गांव के स्तर पर भी कोरोना की भयावह तस्वीर देखने को मिल रही है। उपचार के अभाव में लगातार लोगों की मौते हो रही है। प्रदेश की सरकार को जरा भी इसकी चिंता नही है। समय रहते उपाचार नही मिलने से स्थिति कहीं और चिंताजनक न हो जाये इसकी चिंता करने की जरूरत है। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार में आपसी संवाद नहीं के बजाय विवाद अधिक है। गांवों के स्तर में कोई सुविधा नही है। इसका खामियाजा प्रदेश की जनता भुगतना पड़ रहा है। प्रदेश में कोरोना के जांच के नाम पर केवल औपचारिकता ही हो रहा है। कोरोना की जांच सही समय पर नही होने व सही समय पर रिर्पोट नही मिलने से कोरोना के विस्तार का अंदेशा बना रहता है। जिसकी जरा भी चिंता प्रदेष सरकार नही कर रही है। कोरोना का वास्तविक स्थिति पर पर्दा डाला जा रहा है। मौत के आंकड़े भी छिपाये जा रहे हैं। जब प्रदेश में मजबूत विपक्ष सरकार से संवाद करना चाहता है तो प्रदेश की सरकार इससे बचना चाहती है। हम प्रदेश की जनता के हितों को ध्यान में रखकर सुझाव देना चाहते है। लेकिन प्रदेश की सरकार वर्चुअल बैठक करने की बात कह कर अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है।
जिला भाजपा अध्यक्ष षैलेष पाठक ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता ऑनलाईन शराब बेचना अधिक है। जनता की जरा भी चिंता होती तो शराब के स्थान पर दवा सुलभ करने के दिशा में कार्य करती है। पूरे प्रदेश में इस कोरोना काल के बाद भी अवैध तरीके से शराब बिक रहा है। जिस पर अंकुश लगाने के बजाये उसे प्रोत्सहित करने हेतु प्रदेश की सरकार जुटी हुई है। नशे के कारोबारियों का यह एक प्रमुख केन्द्र बन गया है। इन सब पर इस गैरजिम्मेदाराना सरकार की कोई चिंता नही है। छत्तीसगढ़ में इस कोरोना काल में कई अधिकारियों व कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना सेवा कार्य के दौरान हुई है। इन सारे लोगों के परिजनों को तत्काल सारे नियमों को शिथिल करते हुए अनुकंपा नियुक्ति दी जानी चाहिये। जिसकी हम मांग करते हैं। साथ ही जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व उपस्वास्थ केन्द्र में ऑक्सीजन आदि उपलब्ध कराकर तुरंत गांव में ही उपचार प्रारंभ किया जावे होम आइसोलेषन के मरीजों की टेलीफोनिक व अन्य मितानीन व चिकित्सा स्टॉफ के द्वारा मॉनिटरिंग किया जावे उन्हे दवा उपलब्ध करायी जावे। जिले को 5 एम्बुलेंस 200 ऑक्सीजन सिलेंडर व ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर उपलब्ध कराया जावें। कोरोना से मृत लोगों की लाष नि:षुल्क उनके घर तक पहुंचायी जावें।