वॉशिंगटन । अमेरिका में 12 से 15 साल उम्र के बच्चों के कोरोना टीकाकरण की राह खुल गई है। अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) ने फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी। अब 13 मई से बच्चों का टीकाकरण शुरू हो सकता है। इधर, भारत में भी पहली बार 2 साल के बच्चों से लेकर से 18 साल के युवाओं पर वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल की सिफारिश कर दी गई है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विशेषज्ञ समिति ने यह सिफारिश की है। इसके बाद भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को इसकी मंजूरी देनी है। सीडीएससीओ ने भारत बायोटेक के टीके के सीधे दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण की सिफारिश की है। अगर सब सामान्य रहा तो वैक्सीन आने में चार-पांच महीने लग सकते हैं। कंपनी पांच से 18 वर्ष के 525 लोगों पर क्लीनिकल ट्रायल करेगी। फिलहाल इसके लिए एमआईएमएस नागपुर, एम्स पटना और फेलिक्स हॉस्पिटल, नोएडा का चयन किया गया है। मार्च में फाइजर और बायोएनटेक ने कहा था कि 12 से 15 वर्ष आयु समूह पर किए अंतिम चरण के ट्रायल में उनकी वैक्सीन 100 फीसदी प्रभावी मिली है। यह परीक्षण 2,260 किशोरों पर किया गया। इसमें एंटीबॉडी का स्तर टीकाकरण करा चुके युवाओं की तुलना में अधिक पाया गया।