भोपाल । राजधानी के एक निजी फर्म डायरेक्टर दिनेश कुमार अवधिया और उनकी धर्म पत्नी ने बीस दिन तक अस्पताल में भर्ती रहने के बावजूद कोरोना वायरस से जिंदगी की जंग जीत ली। अस्पताल में पति-पत्नी ने एक दूसरे का हौंसला बढाया और वे आज पूरी तरह से ठीक होकर घर पहुंच चुके हैं। हौसला बनाए रखने की सलाह देते हुए दिनेश कुमार अवधिया ने बताया कि मैं और पत्नी ने एक साथ पहला टीका लगवाया। इसके बाद बुखार आने लगा। हमें लगा कि टीका के कारण बुखार आ रहा है, लेकिन तीन-चार दिन तक लगातार बुखार आता रहा। डॉक्टर ने कहा कि कोविड टेस्ट करा लेना सही रहेगा। जब टेस्ट कराया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। मुझे थोड़ी घबराहट होने लगी कि अब दोनों कैसे एक-दूसरे का ख्याल रखेंगे। दोनों का आक्सीजन लेवल कम होने लगा। मेरा आक्सीजन लेवल 40 था और पत्नी का 70 था। दोनों अस्पताल में भर्ती हो गए। वहां हम दोनों को एक साथ आइसीयू में भर्ती कर दिया। 18 दिन तक आक्सीजन सपोर्ट पर रहे, लेकिन दोनों एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते रहे। डॉक्टरों का कहना था कि इसे सामान्य बीमारी की तरह समझें तभी आप कोरोना को हरा पाएंगे। फिर हम दोनों एक साथ ब्रीदिंग एक्सरसाइज, योग व प्राणायाम करते थे। एक-दूसरे को भावनात्मक सपोर्ट मिलता रहा। हम दोनों को घर जाने की बड़ी जल्दी थी, क्योंकि मेरे घर में मछलियां, पेड़-पौधे और कछुआ था, जो भूखे थे। घर में किसी के न होने से वे 20 दिन तक भूखे रहे। उनकी चिंता हमें हर दिन सताती रहती। इस कारण सकारात्मक रहने का प्रयास किया। कभी भी कोरोना से घबराएं नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा रखें और दिमाग से सकारात्मक रहें तो इस बीमारी से जल्द ही उबर पाएंगे।