न्यूयार्क । दुनिया के सबसे बड़े सर्च एंजिन गूगल का सिलिकॉन वैली स्थित मुख्यालय अपनी आधुनिक डिजाइन और कर्मचारियों को भरपूर सुविधाओं के लिए मशहूर है। अब कंपनी महामारी के बाद की स्थितियों को ध्यान में रखकर ऑफिस को नए सिरे से डिजाइन कर रही है। एक साल से घर से काम कर रहे कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाकर सितंबर तक ऑफिस आने के लिए कहा जा सकता है। कंपनी ने नई पीढ़ी के व्यवहार का अध्ययन करने वाले समाजशास्त्रियों समेत सलाहकारों के एक ग्रुप की सेवाएं ली हैं। ऑफिस में हो रहे बदलाव के तहत अब डेस्क की कतारों की बजाय टीम पॉड डिजाइन किए जा रहे हैं। गूगल लंदन, लॉसएंजिलिस, म्यूनिख, न्यूयॉर्क और सिडनी में खुली जगह में काम करने जैसे स्थान बना रहा है। एक सर्वे से पता लगा है कि गूगल के 70 फीसदी कर्मचारी घर से ही काम करना चाहते हैं। अब स्थायी दीवारों और हीटिंग, कूलिंग सिस्टम में बदलाव हो रहा है। यहां-वहां शिफ्ट करने लायक दीवारें बनाई जा रही हैं। इन्हें पैक करके कहीं भी ले जाया जा सकेगा। हर सीट पर लोग अपने हिसाब से कूलिंग, हीटिंग का तापमान एडजस्ट कर सकेंगे। अगर किसी मीटिंग में प्राइवेसी की जरूरत होगी तो सेंसरों से लैस रोबोट फौरन बैलून की दीवार खड़ी करेंगे ताकि बाहर कुछ दिखाई ना पड़े। कर्मचारी अब अपने हिसाब से डेस्क का स्वरूप बदल सकेंगे। वे उसकी ऊंचाई और मॉनिटर की जगह में बदलाव कर सकेंगे। लोगों को बीच छह फुट की दूरी रखी जाएगी। पूरे ऑफिस में केवल ताजी हवा का प्रसार होगा। बड़े बाथरूम में सिंक, टॉयलेट और यूरिनल की संख्या कम की जा रही है। इनके स्थान पर सेंसर से लैस उपकरण लगेंगे ताकि सतह को हाथ से छूने की जरूरत ना पड़े।