मुरैना । मुरैना शहर में फिल्मी स्टाइल में कुछ लोग बंदूक लहराते हुए कानून की सरेआम धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे थे लेकिन पुलिस तमासबीन बन कर देखती रही।जिसमे आज गुर्जर समाज के लोगों ने फायरिंग और बसों की तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया है। घटना दोपहर साड़े बारह बजे के आसपास की है। समाज के लगभग दो दर्जन से अधिक बाइकों पर सवार लड़के वनखण्डी रोड पर पहुंचे और तावड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी। इस फायरिंग से वनखण्डी रोड पर दहशत फैल गई।बाजार से दवाई लेने के बाद महिला सुनीता पत्नी प्रदीप शर्मा उम्र 38 वर्ष निवासी वनखण्डी रोड के पीछे सिर में गोली लगने से बुरी तरह घायल हो गयी।उपद्रव में शामिल लड़कों ने लगभग आधे घण्टे तक जमकर वनखण्डी रोड और केएस चौराहे पर जमकर उत्पात मचाया। लगभग दो दर्जन से अधिक गोलियां भी चलाई गयी हैं।जिसके खोखे पुलिस ने जप्त कर लिए है।इसके अलावा वहां मौजूद पांच बसों व एक चार पहिया वाहन के कांच भी तोड़ गए हैं। इसके बाद लड़के हवा में हथियार(कट्?टे)लहराते हुए मोटरसाइकिलों से भाग गए।जिनका वीडियो शोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
लॉकडाउन में जहां आम व्यक्ति के घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी है, वहां इतना बड़े उत्पात ने पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी की पूरी तरह से पोल खोल कर रख दी है। इस घटना की शुरुआत दो दिन पहले हो चुकी थी।जिसमे क्षत्रिय समाज के लोगों ने युवक की मारपीट कर मोटरसाइकिल को तोड़फोड़ कर दी।जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो जमकर वायरल किया गया।इससे पहले सोशल मीडया पर गुर्जर समाज के लोगों द्वारा क्षत्रिय समाज की महिलाओं के विषय में अश्लील पोस्ट डाले गए थे। थाना कोतवाली पुलिस चाहती, तो तभी मामले को गंभीरता से लेते हुए गुर्जर समाज के कमेंट करने वाले लोगों को पकड़ लेती और उनके खिलाफ कार्यवाही कर देती लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया केवल आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करके खानापूर्ति कर दी। उसके दूसरे दिन शुक्रवार को इस घटना से आक्रोशित क्षत्रिय समाज के लोगों ने बदला लेने की नियत से गुर्जर समाज के एक लड़के को पकड़ कर सरेआम लाठी-डंडों से पीटा और उसकी बाइक को पत्थरों से तोड़कर पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था। लगातार तीसरे दिन आज यह घटना फिर घटी है। जिसमें दो दर्जन से अधिक गुर्जर समाज के लोगों ने इस घटना को सरेआम अंजाम दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इस घटना में कई लोगों की जान जा सकती थी। कर्फ्यू के कारण अधिकांश लोग घरों के अन्दर थे इसलिए लोगों की जान बच गयी केवल सुनीता शर्मा पत्नी प्रदीप शर्मा उम्र 30 वर्ष की बाजार से दवाई लेकर घर लौट रही थी कि तभी दो दर्जन से अधिक लड़कों ने बाइक पर आकर तोड़फोड़ व फायरिंग की जिसके वह डर के मारे सड़क किनारे नीम के पेड़ नीचे छिप गई। उसी दौरान एक गोली पहले दीवार में बने शटर में लगी उसके बाद में छिटककर महिला के सिर में लग गयी। जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गई।घायल महिला को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं जहां उपचार किया जा रहा हैं।आसपास के लोगों ने बताया कि वनखण्डी रोड पर फायरिंग को अंजाम दिया गया था। वहां पुलिस मौजूद थी लेकिन पुलिस ने रोकने की कोई कोशिश नहीं की। कुछ लोगों का कहना है कि पुलिस के कुछ सिपाही वहां मौजूद थे, जो कि लड़कों के तेवर देखकर डर गए थे तथा छिप गए थे।
इस घटना को अंजाम दिया गया था वहां से चंद दूरी पर ही कोतवाली थाना हैं। अज्ञात लड़के लगातार आधे घण्टे तक फायरिंग करते रहे और वाहनों के शीशे तोड़ते रहे, लेकिन कोतवाली थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुंच सकी।घटना के काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक बाइक पर सवार लोग फायरिंग करके भाग चुके थे।बॉक्स
इस मामले में पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे का कहना है कि हमने इस मामले में अभी तक कुल 9 लोगों की गिरफ्तारियां की है। जिसमें से पांच लोगों को कल पकड़ा था तथा चार लोगों को आज पकड़ा है। अभी और गिरफ्तारियों के लिए जगह जगह दविश दी जा रही हैं।चाहे कोई भी हो हम इस मामले में किसी को भी नहीं बख्शेंगे।