कोरबा प्रशासन ने जिले में लॉकडाउन को भले ही 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया है लेकिन इसी के साथ लोगों को छूट भी दी है। कई सेवाओं के स्तर को बदला है और समय सारिणी भी बढ़ाई है। नतीजा ये हुआ कि अब सड़कों पर लोग ज्यादा संख्या में नजर आ रहे हैं। इससे चिंतित प्रशासन ने औचक जांच-पड़ताल की। बिना किसी ठोस कारण के सड़क पर आने वाले लोगों की खबर ली और पेनाल्टी भी की। कुछ मामलों में समझाईश भी दी गई।
एसडीएम सुनील नायक, तहसीलदार सुरेश साहू सहित मातहतों की टीम पुलिस जवानों के साथ नेताजी सुभाष चौराहे पर पहुंची और यहां मोर्चा बंदी के साथ अपने काम में जुट गई। पुलिस के अधिकारी भी यहां पर मौजूद रहे। खबर है कि एक दिन पहले ही लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ाने और कुछ मामलों में छूट देने के साथ ही लोगों की संख्या पूर्व की अपेक्षा सड़कों पर ज्यादा दिखने लगी। कई तरफ से मिल रही सूचनाओं पर प्रशासन हरकत में आया। सुभाष चौक पर अधिकारियों ने स्थिति पर नजर रखने के साथ हर आने-जाने वालों को यहां रोका और उनसे पूछताछ की। एसडीएम ने बताया कि यह विशेष नहीं बल्कि रूटिन जांच का ही हिस्सा था। इसके अंतर्गत यह सुनिश्चित किया गया कि कोई भी व्यक्ति छूट का अनावश्यक लाभ ना ले और विचरण ना करे। गैर जरूरी ढंग से घूमने वालों पर पेनाल्टी की गई है।
पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार ई-पास काफी जटिल हो गया है, जिसमें कई प्रकार की क्लास जोड़ी गई है। वैध प्रमाण देने पर ही इससे पहले तक ई-पास जनरेट हो रहा था। ऐसे में अनेक मामलों में लोगों को दिक्कतें हो रही थी। प्रशासन के द्वारा दी गई व्यवस्था में कहा गया है कि अंतरजिला आवाजाही के लिए लोगों के पास मौजूद वैध परिचय पत्र ही ई-पास के तौर पर काम करेगा।
12 अप्रैल से प्रभावशील किया गया लॉकडाउन को अंतिम रूप से कब तक चलाया जाएगा, यह तय नहीं है। कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण की रफ़्तार जस की तस बनी हुई है। सर्वाधिक मरीजों के मामले में यह जिला प्रदेश में तीसरे नंबर पर अपनी उपस्थिति बनाए हुए है। मामलों की समीक्षा करने के साथ जिला प्रशासन ने हालिया निर्णय के अंतर्गत 5 मई तक के लिए किये गए लॉकडाउन को एक बार फिर 17 मई के लिए विस्तारित किया है। लोगों को इस दौरान असुविधा ना होने पाए इसलिए राशन और दूसरे मामलों में होम डिलिवरी की सुविधा दी गई है। पूर्व में डीजल-पेट्रोल की उपलब्धता के लिए कुछ श्रेणियां तय की गई थी उसे हटाकर सभी के लिए रास्ता साफ कर दिया गया है। प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, कृषि बीज केंद्र से संबंधित दुकानों को भी काम करने के लिए कहा गया है। यह सभी सोशल डिस्टेंस और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के साथ अपना काम कर सकेंगे। जबकि वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए दी गई सभी अनुमति को 17 मई तक के लिए रद्द कर दिया गया है।