लंदन । ब्रिटेन में पुलिस को ताकतवर बनाने वाले बिल के विरोध में प्रदर्शनों का दौर तेज हो गया है। अपराध, पुलिस, सजा और अदालतों के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। शनिवार को भी लंदन में जमकर प्रदर्शन हुए। खास बात यह है कि ये किसी एक संगठन ने आयोजित नहीं किए, बल्कि कई मानवाधिकार संगठन और व्यक्तिगत रूप से सोशल मीडिया कैम्पेन के जरिए शुरू किए गए हैं। लंदन हो या ब्रिस्टल, एडिनबर्ग हो या एसेस्टर ब्रिटेन के हर कोने में लोग अब इस बिल का विरोध कर रहे हैं। ब्रिस्टल समेत कई जगहों पर इन प्रदर्शनों में हिंसा तक हुई है। पुलिस को ज्यादा ताकत देने वाले इस बिल का विरोध इसलिए हो रहा है, क्योंकि लोगों को डर है कि इन अधिकारों का दुरुपयोग कर आम लोगों को परेशान किया जा सकता है, वहीं जनता को अपने हक के लिए आवाज उठाने से तक रोका जा सकता है। दरअसल, ब्रिटेन की संसद ने पुलिस, क्राइम, सेंटेंसिंग एंड कोर्ट बिल पेश किया है। 300 पन्नों के इस बिल में पुलिस, अपराध और सजा से जुड़े अहम प्रस्ताव हैं। इनमें गंभीर अपराधों के लिए सजा को कड़ा करने, सजा खत्म होने से पहले जेल से रिहाई की नीति खत्म करने जैसी कई सिफारिशें हैं। मौजूदा कानून में पुलिस प्रदर्शनों को तब तक रोक नहीं सकती, जब तक कि यह न साबित कर दे कि जान-माल और संपत्ति को खतरा है। पर नया कानून पुलिस को अधिकार देता है कि वो खुद तय करेगी कि किसी प्रदर्शन से कितना खतरा है। पुलिस को प्रदर्शन का वक्त और आवाज की सीमा तय करने का हक होगा। किसी स्मारक या मूर्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को 10 साल तक की सजा का भी प्रस्ताव है। करीब 600 संगठनों ने सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग की है।