धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
जिले में लॉकडाउन लगने के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। वहीं नगर सहित आसपास के क्षेत्र में भी इस महामारी ने कइयों की जान ले ली है। रायगढ़ जिले में तालाबंदी हुए एक पखवाड़े से अधिक का समय बीत गया पर कोरोना संक्रमण की चैन तोडऩे स्थानीय प्रशासन विफलता के कागार पर दिखाई दे रही है। क्योंकि नगर सहित आसपास के तमाम पेट्रोल पंप खुले हैं। वहीं सरकार ने ऑनलाइन होम डिलेवरी की ढील क्या दी दुकानदार दुकान खोलकर सामानों की बिक्री करना शुरू कर दिए। पेट्रोल पंप में आम लोगों को पेट्रोल नहीं देने का आदेश कलेक्टर ने जारी किया था लेकिन कलेक्टर के आदेश को न मानते हुए पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा खुलेआम आम लोगों को पेट्रोल दे रहे हैं। आम आदमी घरों से बेखौफ होकर दुकानों में सामान खरीदने पहुंच रहे हैं। ऐसे में संक्रमण का चैन टूटने के बजाय दिनोदिन बढ़ती जा रही है। प्रतिदिन नए कोरोना मरीजों के आंकड़े डरावने लग रहे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन कोरोना संक्रमण से बचाव करने तथा इस वायरस की सर्कल तोडऩे का दम भरता है लेकिन असलियत तो रोजाना आ रहे टेस्ट रिपोर्ट बयां कर रहे हैं कि धरमजयगढ़ में कोरोना अपनी चरम पर पहुंचता जा रहा है। हालांकि स्थानीय पुलिस अपने स्तर पर नगर के हर चौक चौराहों में एक दो जवान तैनात कर हर आने जाने वालों पर नजर रखे हुए हैं। लेकिन नगर के मोहल्लों में ना तो कहीं मास्क दिखाई दे रहा है और ना ही प्रशासन की अन्य गाइडलाइनों का पालन हो रहा है ठीक इसी तरह की स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिल रही है। जिससे कोरोना का खतरा दिनोदिन उग्र होता जा रहा है।
उड़ रही कोरोना गइड लाईन धज्जियां?
धरमजयगढ़ में लॉक डाउन का खुलकर उल्लघंन हो रहा है नगरीय क्षेत्र में लॉकडाउन के बाद भी ढाबा में खुलकर लोग बैठकर खाना खा रहे हैं। नगर में निर्माण कार्य भी खूब हो रहे हैं, निर्माण कार्य में काम करने वाले मजदूर बिना मास्क का काम कर रहे हैं। लॉक डाउन का उल्लघंन करने वालों पर किसी भी प्रकार कार्यवाही स्थानीय प्रशासन द्वारा नहीं किया जा रहा है। लॉक डाउन को सफल बनाने में सिर्फ पुलिस विभाग ही सक्रीय दिखाई दे रहे हैं इसके आलावा सभी विभाग सुस्त नजर आ रहे हैं।