भोपाल । कोरोना वायरस के बढते प्रकोप से बचाने के लिए राजधानी की पुलिस और प्रशासन लगातार प्रयास कर हैं, लेकिन कुछ लोगों के अभी भी समझ नहीं आ रहा है। वे मास्क नहीं पहनने के लिए नए-नए बहाने पुलिस को सुनाकर बचने के प्रयास करते हैं। पुलिस, नगर निगम और डाक्टर के साथ अन्य विभाग के कर्मचारी अपने परिवार को घर में छोडकर काम कर रहे हैं। लेकिन कुछ नसमझ लोगों समाज के दुशमन न बन रहे हैं। जिनके कारण बाकी लोगों को कोरोना होने का खतरा बना हुआ है। लोग पुलिस के हाथ आने के बाद किस तरह से बहाने बनाते और पुलिस के सामने पड़ते ही मास्क पहनने लगते हैं। होशगाबाद रोड और बावाडिया कलां को जोडने वाले ब्रिज पर पुलिस ने दोनेां ओर चेकिंग लगा रखी है। इस पर शाहपुरा पुलिस की चेकिंग की जा रही है। जहां पुलिस कर्मी तैनात रहते है। इसी दौरान ईश्वर नगर में रहने वाला कपिल कुमार बाइक से निकला। वह मास्क नहीं पहने था। जिसको पुलिस कर्मियों ने रोका और उससे मास्क न पहनने का कारण पूछा तो बोला कि वह जल्दबाजी में मास्क पहनना भूल गया। पुलिस की कार्रवाई को देखकर बाकी लोग मास्क, रूमाल, गमछा का मास्क बनाकर ही निकले। रोशनपुरा में पुलिस की चेकिंग अधिक है। इसके कारण काफी लोग मास्क पहनकर निकलते है। । अधिकांश लोग मास्क पहनकर ही निकले , लेकिन कमलानगर निवासी 45 साल के पप्पू बुचले को रोक लिया गया । वह मास्क नहीं पहने थे और बोले की मास्क पहनने से उनका दम घूठता है। कोरोना से बाद में कोरोना से पहले दम घुटने से मर जाउंगा। पुलिस ने उसको चेतावनी दी कि डाक्टर का पर्चा लेकर आना । यह देखकर पीछे आ रहे बाकी लोग वाहन रोककर मास्क निकलकर पहनने लगे। मतलब लोग जानबुझकर मास्क नहीं पहन रहे है। इस तरह से खजूरी सड़क इलाके में पुलिस कर्मी हाइवे पर तैनात थे। उसी समय सीहोर निवासी मनोज तिवारी बाइक से निकले तो पुलिस ने उनको रोका और उनसे मास्क न पहनने का कारण पूछा, जिस पर उनका कहना था कि वह हाइवे पर थे, इसलिए मास्क नहीं लगाया था। बाद में उनके द्वारा मास्क पहन लिया गया। कार में तो अधिकांश लोग मास्क लगाकर नहीं निकल रहे हैं।