भोपाल । मध्यप्रदेश की विधानसभा की सदस्य सुविधा समिति तय करेगी कि मध्य प्रदेश में पूर्व विधायकों को क्या सुविधाएं मिलेगी । विधानसभा सचिवालय ने इसके गठन के लिए सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से समिति में नामांकित किए जाने के लिए विधायकों के नाम मांगे हैं। समिति मौजूदा विधायकों को दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में भी सिफारिश करेगी। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पूर्व विधायकों से मुलाकात कर उनकी जरूरतें पूछी थी। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस से विधायक रहे वरिष्ठ नेताओं ने कहा था वे अकेले यात्रा करते हैं तो उन्हें रेल में वातानुकूलित प्रथम श्रेणी में यात्रा करने की पात्रता दी जाए। इससे शासन पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा। वहीं, पूर्व विधायकों को प्रोटोकाल भी मिलना चाहिए। अभी जिला प्रशासन उनकी अनदेखी करता है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर सहमति जताई और सचिवालय के अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, मौजूदा विधायकों ने विधायक विश्रामगृह में एयरकंडीशनर लगाने के लिए कहा है। इस पर भी सहमति बन चुकी है। वैसे पूर्व विधायकों की अधिकतर मांगों पर सहमति बन चुकी है। विधानसभा सचिवालय ने तय किया है कि वर्तमान विधायकों के दो और पूर्व विधायकों के एक वाहन के लिए फास्टैग की सुविधा दी जाएगी। इसका प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग को भेज दिया है। विभाग इस संबंध में प्रस्ताव जल्द ही नीतिगत निर्णय के लिए कैबिनेट में रखेगा। इस बारे में विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह का कहना है सदस्य सुविधा समिति का गठन होना है। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस विधायक दल से नाम मांगे हैं। नाम मिलने के बाद विधानसभा अध्यक्ष समिति गठित करेंगे। समिति विधायक और पूर्व विधायकों की सुविधाओं से जुड़े सभी पहलुओं पर विचार कर अनुशंसा करेगी। इसके आधार पर प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।