बिलासपुर । शाम सात बजते ही बिलासपुर में सन्नाटा पसर गया। वह भी बिना किसी हुज्जत बाजी या पुलिस के मदद से। व्यापारियों ने खुद ब खुद सात बजते ही शटर गिरा दिया। ताला जड़कर घर रवाना हो गए। हां इस दौरान पेट्रोल पम्प, मेडिकल दुकानों और हाटल जरूर खुले नजर आए। पुलिस के अनुसार नियमों और निर्देशों का पालन नहीं किये जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।
गुरूवार को शाम 6 बजे के बाद बिलासपुर शहर का नजारा अपने आप बदलने लगा। यकायक छोटे बड़े सभी दुकानों के शटर गिए गए। सड़क किनारे गुमटी ठेला वालों ने पुलिस का निर्देश मिलते ही दुकान को बन्द कर दिया।
व्यापार विहार में धारा 144 का जबरदस्त असर देखने को मिला। प्रमुख थोक विक्रेता जय प्रकाश मित्तल ने बताया कि हम बिलकुल नहीं चाहते कि शहर को लाकडाउन का सामना करना पड़े। हम व्यापारियों ने ही कलेक्टर के सामने शाम सात बजे तक दुकान बन्द किए जाने का प्रस्ताव रखा था। शाम सात बजे के पहले आज भी व्यापार विहार की कमोबेश सभी दुकाने बन्द हो गई है।
वहीं सदर और गोलबाजार में सात बजे के पहले सन्नाटा देखने को मिला। सोना चांदी कपड़ा समेत सभी प्रकार की दुकानें 6 बजे से ही बन्द होना शुरू हो गयी। इस दौरान कई दुकानदारों ने तो ग्राहक को भी लौटा दिया। जूना बिलासपुर गांधी चौक विश्वविद्यालय क्षेत्र में भी कमोबेश सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया।
हां इस दौरान आवागमन में कुछ तेजी देखने को जरूर मिली। तो वहीं पुलिस प्रशासन भी हर जगह नजर आया।
सख्त होगी कार्रवाई
एडिश्नल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि दुकानदारों से लगातार सहयोग मिल रहा है। शहर की ज्यादातर दुकानें साढ़े सात बजे ही बन्द हो गयी। व्यापार विहार में शाम सात बजे तक सन्नाटा देखने को मिला। उमेश कश्यप ने बताया कि बिना मास्क लगाकर घूमने वालों पर कार्रवाई की गयी है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवाया जा रहा है।
स्वस्फूर्त दुकानें बन्द
समाजसेवा से जुड़े और ज्वैलर्स के कारोबारी रौनक साव ने बताया कि सभी लोगों कलेक्टर आदेश को गंभीरता से लिया है। पुलिस भी दुकानों को बन्द करवा रही है। दुकानदार भी अभियान में शासन प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। हम भी चाहते हैं कि लोग निर्देशों का पालन करें। क्योंकि लाकडाउन का सीधा असर व्यवसाय और व्यवस्था पर पड़ता है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। गुरूवार को शाम 6 बजे से ही व्वसायियों ने दुकान बढ़ाना शुरू किया। हां कुछ दुकानों को सात बजे और 9 बजे तक खोलने का आदेश है। इसलिए ऐसे दुकान खुले है। बाकी दुकानें पुलिस के पहुंचने से पहले व्यवसायियों ने खुद बन्द कर दिया है।