बिलासपुर । जीपीएम जिला बने आज लगभग एक साल से ज्यादा हो गया है जिले में इन दिनों का नशे का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है चूंकि जीपीएम सीमावर्ती क्षेत्र है जहाँ नशे का कारोबार बडे व्यापक स्तर पर होता है . जिसका परिणाम भी देखने को मिलता है कि नशे की गिरफ्त में आकर कई आपराधिक घटनाएं भी इन दिनों जिले में देखने को मिलती है ।
जिले में इन दिनों गांजे , शराब , समेत मेडिकल नशे का कारोबार बड़े स्तर पर हो रहा है . चूंकि मध्यप्रदेश के सीमाओं से लगा हुआ यह जीपीएम जिला जहाँ मध्यप्रदेश में शराब के दाम कम है जिसकी वजह से मध्यप्रदेश से अवैध रूप अब शराब की तस्करी का कार्य किया जाता है . वही गांजे और मेडिकल नशे का कार्य भी काफी व्यापक स्तर पर होता है ऐसा नही है कि इसकी जानकारी प्रशासनिक अमले में बैठे लोगों को नही है जानकारी तो होती है मगर इसके बाद भी इस पर अंकुश न लगना बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है . जबकि गांजे और मेडिकल के नशे का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है जिसका परिणाम भी है कि जिले में आपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही7 उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए और युवाओं के भविष्य को देखते हुए इस तरह कुकृत्य नशे के कारोबार पर युद्ध स्तर पर प्रशासन को सजक होना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को इस भयावहता से बचाया जा सके । साथ ही इसके लिए जनजागरूकता शिविर भी लगाया जाना चाहिए जिससे वर्तमान की युवा पीढ़ी अपने दायित्वों के प्रति सजक हो और अपने आने वाले भविष्य को संवार सके।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के युवा नशे की गिरफ्त में
जीपीएम जिला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में व्यापक स्तर पर नशे का कारोबार काफी दुर्भाग्यपूर्ण है . आज का युवा जिनके कांधो पर देश भविष्य है वही युवा पीढ़ी आज नशे की गुलाम होती जा रही है . गांजे शराब के साथ मेडिकल का नसा इंसान को असवेंदशील बना देता है जिसके बाद सोचने समझने की क्षमता ही खत्म हो जाती है . और आज का युवा इन नशे ही गिरफ्त में आकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे है और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है . युवा पीढ़ी को गर्त में जाते हुए देख रहा है .मगर इसपर अंकुश लगाने की दिशा में न तो कोई योजना है और न ही कोई पहल ।
क्षेत्र में इन दिनों जुए और सट्टे का कारोबार भी फल फूल रहा
नशीले पदार्थो के साथ ही साथ इन दिनों जिले में जुए सट्टे का कारोबार भी बेधड़क चल रहा है जिले के अंतिम छोर मरवाही से लेकर पेण्ड्रा गौरेला में भी सट्टे , जुए का बाजार गर्म है :- सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जुए सट्टे के कारोबार में मोटी रकम भी बराबर समय-समय से पहुचाई जाती है यही कारण है कि जिले में सट्टे जुए का कारोबार फल फूल रहा है क्षेत्र के युवाओं को नशे और सट्टे जुए में ढकेल कर प्रशासन अपनी जेब गर्म करने में मस्त है . जिसका खामियाजा यह है कि तीन विकास खण्ड के जिले में मध्यप्रदेश एवं दूसरे जिले मनेंद्रगढ़ के सटोरियों को संरक्षण मिल गया है तब तो इतने बड़े पैमाने में जुए सट्टे का कारोबार पनप रहा है।