भोपाल । कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ के बीच बस संपर्क फिलहाल तोड़ दिया गया है। इस वजह स अब ट्रेनों में यात्रियों की भीड बढना शुरु हो गई है। प्रदेश सरकार ने 15 अप्रैल तक रायपुर, बिलासपुर समेत छत्तीसगढ़ जाने-आने वाली बसों के संचालन पर रोक लगने के बाद लोगों के पास अब ट्रेन ही एक मात्र साधन है, लेकिन यहां भी दिक्कत कम नहीं है। जबलपुर से रायपुर-बिलासपुर के बीच सिर्फ दो ट्रेन चल रही हैं, उनमें भी लंबी वेटिंग लगी है। इतना ही नहीं रेलवे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जितनी सीट होंगी, उतने यात्री ही सफर करेंगे। न तो इस रूट पर नई ट्रेन चलाई जाएगी और न ही ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे। बता दें कि बुधवार को आदेश जारी होने के साथ ही 8 से 15 अप्रैल के बीच जबलपुर से होकर रायपुर-बिलासपुर जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग लग गई है। हालात यह है कि 100 सीटों पर डेढ़ सौ से ज्यादा यात्री रिजर्वेशन करा रहे हैं। जबलपुर रेल मंडल के मुताबिक इन दो ट्रेनों में पहले से ही लंबी वेटिंग रहती है। भले ही बस सेवाएं बंद हो जाएं, लेकिन रेलवे के पास मौजूदा स्थिति में जितनी व्यवस्थाएं हैं, उतनी ही दी जाएंगी। हालांकि ट्रेनों में कोरोना संक्रमण के लिए रेलवे द्वारा तय की गई गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। इसके लिए जबलपुर-कटनी समेत छत्तीसगढ़ रूट में आने वाले मंडल के सभी स्टेशनों पर निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस बारे में जबलपुर रेल मंडल सीनियर डीसीएम विश्वरंजन का कहना है कि बस सेवाएं बंद हो गई हैं तो ट्रेन का ट्रैफिक बढ़ना तय है, लेकिन रिजर्वेशन वाले यात्रियों को ही प्लेटफार्म पर प्रवेश दिया जाएगा। न तो ट्रेनें बढ़ेंगी न ही कोच। रेलवे की गाइडलाइन का पालन न करने वालों के खिलाफ रेलवे कार्रवाई भी करेगा।