भोपाल। जिला प्रशासन ने हमीदिया और जेपी अस्पताल दोनों में बिस्तर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन बिस्तर अभी बढ़े ही नहीं, जबकि कागजों में बढ़ गए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अस्पतालों में बिस्तरों की जानकारी सार्वजनिक करने को कहा था। इसके बाद रविवार से जिला प्रशासन की तरफ से मीडिया को जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। कुछ निजी अस्पतालों में एक भी बिस्तर खाली नहीं हैं। इनमें अपेक्स हॉस्पिटल, अनंतश्री हॉस्पिटल, अक्षय हॉस्पिटल, सिटी अस्पताल, नवोदय अस्पताल और नवजीवन अस्पताल शामिल हैं। मालूम हो कि सार्थक पोर्टल और जिला प्रशासन के आंकड़ों में हमीदिया अस्पताल में कुल 800 बिस्तर क्षमता बताई जा रही है। हकीकत यह है कि हमीदिया अस्पताल में कुल 220 बिस्तर हैं, इनमें 20 बिस्तर कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए हैं। यहां के सभी 220 बिस्तर भरे हुए हैं। हां, टीबी अस्पताल में 100 बिस्तर में 45 बिस्तर खाली हैं। यही स्थिति जेपी अस्पताल की है। यहां 16 बिस्तर का आइसीयू, पांच बिस्तर का संदिग्ध वार्ड और 51 बिस्तर का साधारण वार्ड है, जिसमें सिर्फ ऑक्सीजन वाले बिस्तर हैं। इस तरह सभी 75 बिस्तर भरे हैं। उधर, जिला प्रशासन द्वारा जारी सूची के अनुसार 160 बिस्तर बताए जा रहे हैं। आम लोगों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए सार्थक पोर्टल और एप बनाया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी पोर्टल पर भोपाल के सिर्फ छह अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी रविवार से उपलब्ध कराई जा रही है। वह भी जिला प्रशासन द्वारा जारी सूची से अलग है। संभागायुक्त कवींद्र कियावत ने रविवार शाम को हमीदिया अस्पताल में दो हजार बिस्तर के अस्पताल में बनाए जा रहे कोविड वार्डों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि 240 बिस्तर का वार्ड लगभग तैयार है। इसमें 60 बिस्तर का आइसीयू है। एसी लगाने का काम भी पूरा हो गया है।उन्होंने बताया कि टीबी अस्पताल को मिलाकर हमीदिया अस्पताल में कुल 800 बिस्तर एक-दो दिन में हो जाएंगे।