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बीटीआई को धरमजयगढ़ से हटाने का चर्चा दुर्भाग्यपूर्ण, रोकने की जरूरत पड़ी तो भाजपा करेगी उग्र आंदोलन – गोकुल यादव

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जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
कई दशकों पूर्व स्थापित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान धरमजयगढ़ का यहां से हटाए जाने की जनचर्चा हो रही है। जो बेहद ही दुखद है क्योंकि विकासखंड धरमजयगढ़ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। इस क्षेत्र के छात्र अधिक खर्च करके अध्ययन नहीं कर सकते। धरमजयगढ़ में डाइट होने से आसपास के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड घरघोड़ा, लैलूंगा खरसिया के छात्र आसानी से अध्ययन करते हैं। उक्त बाते बताते हुए भाजपा मंडल धरमजयगढ़ अध्यक्ष गोकुल नारायण यादव ने आगे कहा कि गुपचुप तरीके से डाइट को यहां से भेजा जा रहा है। जो धरमजयगढ़ के हित में नहीं है। भाजपा शासन काल में भी इस संस्थान को हटाने कागजी कार्यवाही शुरू हो गई थी। लेकिन तत्कालीन विधायक ओमप्रकाश राठिया ने क्षेत्रवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शासकीय कार्यवाही को रोकने में कामयाब हुए। और सभी ने उनको धन्यवाद भी ज्ञापित किया था। और डाइट यथावत संचालित हो रहा है। लेकिन फि र एक बार वह जिन्न बाहर आ गया है। चर्चा शुरू हो गई है और बताया जा रहा है कि कागजी कार्यवाही भी आगे बढ़ गई है। यादव ने आगे कहा कि जिला स्तर के कई प्रतिष्ठित शासकीय संस्थान यहां से चले गए हैं। डाइट के चले जाने से इस क्षेत्र के छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अभी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है और धरमजयगढ़ में सत्तापक्ष के विधायक हैं। ऐसे में उनको चाहिए कि डाइट को जाने से रोके। नहीं तो आगामी दिनों में जनता उन्हें सबक सिखाएगी। डाइट को जाने से रोकने के लिए भाजपा प्रतिबंद्ध है। और जरूरत पड़ी तो उग्र आंदोलन भी करेगी।

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