जोहार छत्तीसगढ़-कबीरधाम।
जिले में हमेशा से ही असुविधाओं ने डेरा कर लोगों को डराया है। कुछ ऐसी भी समस्याएं हैं जिले में जिनका उचित हल आज तक नहीं मिल पाया है। हम आपको बता दें कि पोस्ट मैट्रिक के छात्रों के रहने की समस्या एवं जिले के स्वास्थ्य केंद्र में सोनोग्राफ ी के डॉक्टर परमानेंट गायनो कोलॉजिस्ट की उपलब्धता जैसी समस्याओं का निजात आज तक सरकार प्रशासन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि भी नहीं निकाल पाए हैं। कबीरधाम जिला अस्पताल हमेशा से अभावों से लड़ता रहा है जिसके चलते मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ती है और अस्पताल रेफर सेंटर बन कर रह जाता है। वहीं दूसरी ओर जिले में एससी,एसटी,ओबीसी छात्रों के रहने की सुविधा नहीं होने से परेशानियां बढ़ीं है। लॉकडाउन के बाद फि र से स्कूल कॉलेज की पढाईयां शुरू होने को है। लेकिन अव्यवस्था में बेहतर पढ़ाई की संभावनाएं कम ही होती हैं। दर असल कवर्धा में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समाज के छात्रों के लिए संचालित छात्रगृह डीएमएफ की राशि से संचालित होते थे। बताये अनुसार इस बार राशि की अनुपलब्धता की वजह से छात्रगृह नहीं चल पाएंगे और छात्रों को दिक्कते उठानी पड़ती हैं। और हालही में छात्रों की परीक्षा भी चल रहा है ऐसे बैगा छात्र -छात्राएं कहा रहकर परीक्षा दिलाए वही छात्रों के साथ-साथ उनके पालकगण भी चिंतित हैं या हो सकता है कि आवास की अनुपलब्धता की वजह से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो छूट भी सकती है। उक्त दोनों मुद्दों से लडऩे जिले के बैगा समाज के जिलाध्यक्ष कामू बैगा और समाज के लोगों ने मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है उन्होंने मंत्री अकबर से मांग की है कि जिला अस्पताल में हर समय सोनोग्राफ ी, गायनोकोलॉजिस्ट उपलब्ध हो एवं शासन प्रशासन विकल्प ढूंढ छात्रगृह को सुचारू रूप से संचालित करे ताकि मरीजो और छात्रों का भला हो सके। ज्ञापन सौंपते समय समाजसेवी राजेश बैगा, प्रहलाद धुर्वे, अभिषेक धुर्वे उपस्थित रहे।